कुछ ही दिनों के पश्चात शुरू होने जा रहे इस महापर्व में देश विदेश से बड़े बड़े साधू संत आ रहे है. इस कुंभ में उनके अलग अलग अखाड़े लगेगें. और इन अखाड़ों में साधू अपनी- अपनी कला को बड़ी ही उत्सुकता के साथ इस महापर्व के दौरान प्रस्तुत करेंगें. इन सभी साधुओं का कला प्रदर्शन उनके मन की उत्सुकता को इंगित करता है. वे इस धर्म कर्म में इतने लींन हो जाते है कि झूम उठते है. इन महान आत्माओं की कला को शायद ही आपने कहीं देखा हो जो इस महापर्व में दिखाई देगी . ये अभी साधू अपने अपने रूप- रंग में दिखाई देंगें. और अपनी इस कला से भक्तों का मन हर्षाएंगे . हमारे इस भारत वर्ष में कला और संस्कृति का बहुत ही महत्त्व होता है. इस विशेष तरह की कला का प्रदर्शन करना हर किसी के बस की बात नहीं जो इस महापर्व में दिखाई देगी यह आने वाला महापर्व भक्तों के जीवन में उत्साह और सुख संवृद्धि भर देगा इस पर्व में पहुंचना और सभी नियमों को अपनाते हुए आगे बढ़ना बड़े ही सौभाग्य की बात है .