सिद्धारमैया की बेटे को सलाह, किसी कंपनी में न करें बिजनेस

बेगलुरु: यूपीए सरकार में वित मंत्री रह चुके पी चिदंबरम से सीख लेते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अपने बेटे को भी सीख दी है कि वो जब तक सीएम की कुर्सी पर है, तब तक वो किसी भी कंपनी के साथ कोई भी बिजनेस न करें। सिद्धारमैया पर आरोप है कि उन्होने अपने बेटे की कंपनी को टेंडर दिया है। कर्नाटक के सीएम पर आरोप है कि उन्होने बेंगलुरु की एक सरकारी विक्टोरिया अस्पताल का टेंडर मैट्रिक्स इमेजिंग सॉल्यूशन को दिया है, जिसमें उनका बेटा यतींद्र डायरेक्टर है। विरोधियों का कहना है कि सीएम ने ही अपने ऑफिस का टेंडर जबरन देने के लिए दबाव बनाया था।

सीएम के खिलाफ विरोधियों ने एंटी करप्शन ब्यूरो में भी शिकायत की है। शनिवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में बोलते हुए सिद्धारमैया ने इस मुद्दे को उठाकर वहां मौजूद सभी से प्रश्न किया। उनके बेटे द्वारा कंपनी छोड़ने के सवाल का जवाब देते हुए उन्होने कहा कि मैंने ही अपने बेटे को ऐसा करने को कहा।

उन्होने कहा कि वो जानते है कि उनका बेटे ने नियम नहीं तोड़ा, वरना वो खुद चाहते थे कि वो जब तक सीएम है, उनका बेटा किसी कंपनी में बिजनेस न करें। आगे उन्होने कहा कि यतींद्र एक डॉक्टर है। साथ ही वो मैट्रिक्स का भी हिस्सा है।

कम बोली लगाने के कारण टेंडर उन्हें मिल गया। इसमें गलत क्या है। बीजेपी पर आधारहीन राजनीति का आरोप लगाते हुए सीएम ने कहा कि उनकी सरकार पूरी तरह से ईमानदार और स्वच्छ शासन देने के लिए प्रयासरत है।

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