शिवसेना भी कूदी हड़ताल में, लेकिन डटी हुई है सरकार

नई दिल्ली : देश में पिछले 38 दिनों से सर्राफा व्यापारियों की हड़ताल देखने को मिल रही है. देखा जा रहा है कि जैसे जैसे दिन बीत रहे है यह हड़ताल और भी व्यापक हो रही है जबकि साथ ही यह भी देखने को मिल रहा है कि यह हड़ताल अब राजनैतिक रंग में भी रंग रही है. जैसा कि कुछ दिनों पहले ही यह देखने को मिला था कि अरविन्द केजरीवाल और राहुल गांधी भी इस हड़ताल के समर्थन में आगे आए थे.

तो वहीं अब यह देखने को मिल रहा है कि अब शिवसेना भी आगे आ रही है. इतनी पार्टियों के आगे आने के बावजूद भी यह देखने को मिल रहा है कि सरकार का रुख नरम नहीं हो रहा है. जी हाँ, देखा जा रहा है कि सरकार अपने फैसले पर उसी तरह से डटी हुई है.

वित्त मंत्री भी इस मामले में यह बात साफ कर चुके है कि वे इस हड़ताल को वापस नहीं लेने वाले है. अरुण जेटली ने एक बयान में यह भी कहा है कि हमारा देश टैक्स से ही चलता है और टैक्स ही वह वस्तु है जोकि हमे आगे लेकर जा सकता है. और यदि ऐसा है तो हम आभूषणों को कैसे इससे वंचित रख सकते है.

Related News