सिमी आतंकियों के एनकाउंटर विवाद में शिवसेना ने तोड़ी चुप्पी

मुम्बई ​: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की केंद्रीय जेल से फरार होने के बाद एनकाउंटर में मारे गए सिमी के कथित आतंकियों को लेकर सरकार व पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं। इस मामले में जहां विपक्ष का अपना मत है वहीं सरकार के पक्ष में भी कई लोग सामने आए हैं। शिवसेना ने कहा है कि इस एनकाउंटर को फर्जी कहकर या आतंकियों की मौत पर संदेह जताकर आतंकियों के हौंसलों को बढ़ाने का प्रयास न किया जाए।

इस मामले में शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा है और विरोधी नेताओं पर टिप्पणी की है। शिवसेना ने लिखा है कि मुठभेड़ की कार्रवाई को लेकर पुलिस पर आरोप न लगाए जाऐं। शिवसेना ने लिखा है कि जेल की व्यवस्थाऐं उपयुक्त नहीं थीं ऐसे में आतंकियों को भागने में आसानाी हुई। अब आतंकियों की मौत का शोक नहीं मनाया जाना चाहिए। यदि ऐसा होता है तो आतंकियों के हौंसले बढ़ जाऐंगे।

शिवसेना ने लिखा है कि इस बात की संभावना है कि आतंकी किसी वारदात को सफल बनाने के उद्देश्य से जेल से भागे होंगे। शिवसेना ने लिखा है कि कांग्रेस पर इस मामले का ठीकरा नहीं फोड़ा जा सकता है। हालांकि शिवसेना ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा है कि देश की सुरक्षा राम भरोसे ही है। राम मंदिर के निर्माण को लेकर अभी तक कोई पहल नहीं हुई है।

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