वाकिफ़ हु बहुत खूब इस दुनिया की फितरत से, बहुत चाहते हे लोग मगर एक जरुरत की हद तक. ये रास्ते ले ही जायेंगे मंज़िल तक, बस संघर्ष करते रहो, कभी सुना है कि अंधेरों नें सवेरा नहीं होने दिया. शेरों को कहना नया शिकारी आया हैं, या तो हुकूमत छोड़ दे या जीना. हवाओं से कह दो खुद को आज़मा के दिखाये, बहुत चिराग बुझायें है एक जला के दिखाये. कांटों पर चलने वाले अपनी मंजिल पर जल्दी पहुँचते हे, क्योंकि कांटे कदमो की रफ्तार बढ़ा देते हे...। ताज्जुब न कीजियेगा अगर कोई दुश्मन भी आपकी खैरियत पूँछ जाये, ये वो दौर है जहाँ हर मुलाक़ात में मक़सद छुपे होते हैं. इतने बड़े बनो कि, जब आप खड़े हों तो कोई बैठा न रहे. छू ना सकूं आसमान ना सही, दिल को छू जांउ बस इतनी सी तमन्ना है. कुछ ऐसा करो कि काम दोनो का चलता रहे, आन्धिया भी चलती रहे और दीया भी जलता रहे. अल्फ़ाज़ों का हुनर भी क्या खूब है, कड़वा बोलने वाले का शहद नहीं बिकता, और मीठा बोलने वाला ज़हर भी बेच देता है. व्यक्ति अपने आचरण से महान होता है, जन्म से नहीं. आईना देख क्या लिया मैंने, अब कोई भी बुरा नहीं लगता. ज़ख्म क्या दिखाऐ मैने अपने, लोगों ने नमक से मुठियाँ भर ली. इस रियलिटी शो में लड़कियों को जगाने के लिए लड़के कर सकते हैं ये गन्दा काम Video : आपके पुराने 500-1000 के नोटों का अब ऐसा हो रहा है हाल फोटोशूट के लिए पेड़ पर ही उल्टा लटक गया ये फोटोग्राफर