ग़मज़दा लोगों के लिए शायरी

1. तेरी जिंदगी भी जानेमन कितनी बेमिसाल है सारी दुनिया जिसपे मरती वो तेरा ही जमाल है

एक तू है जो रोए तो दामन बिछा देते हैं लोग एक हम हैं जो रोएं तो कोई देता नहीं रुमाल है

तू खुश रहे, चहके तो खुश हो जाता है जमाना तू गमगीन हो तो हर तरफ मच जाता बवाल है

कोई बरबाद हुआ तो कोई मयखाने पहुंच गया लेकिन तुझपे कभी उठता नहीं कोई सवाल है

 

 

2. तुम्हारे पास आने से मैं घबराता हूं तुमसे दूर जाने से मैं डर जाता हूं

इश्क में ये कैसी कशमकश है दिल में कि जुबां से कहने से मैं शरमाता हूं

तुम बेफिक्र सी अक्सर गुजर जाती हो और मैं गमगीन होकर चला जाता हूं

तुमसे ‘हां’ की उम्मीद से मुसकाता हूं मगर तेरी ‘ना’ सोचकर सिहर जाता हूं

 

 

3. ऐसा लगता है मुझे तू रातभर सोयी नहीं खा कसम मेरी कि तू रातभर रोयी नहीं

बन गयी है जुल्फें तेरी उजड़ी-उजड़ी सी बहार आंधियों में घिर के भी तू चमन से गई नहीं

ये तेरा उदास चेहरा, ये तेरी गमगीन आंखें आने से पहले जरा तू आईने में झांकी नहीं

हूं मैं हैरां देखकर कि क्या ये तेरा हाल है इश्क में मुझपे कभी ऐसी कयामत आती नहीं.

श्रेयस रैगिंग मामले की सीबीआई जाँच की मांग

जब बच्चों ने पढ़ाया 'न्यूटन' का नियम

टीचर और स्टूडेंट्स वाले जोक्स

 

Related News