अर्ध विक्षिप्त महिला की दर्दनाक दास्तान

रामनगर: यह एक ऐसी बदनसीब अर्धविक्षिप्त महिला का मामला है जिसे न केवल दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर होना पड़ा, बल्कि उसकी इज्जत, रूह, जज्बात, सपने और खुशियां सब कुछ छीन ली गई. यहां तक की उसके माँ- बाप ने भी साथ नहीं दिया|

हकलाने वाली इस महिला का जब बोझ सहन नहीं कर पाए तो गाँव के ही एक युवक को सौंप दिया. उससे गर्भवती हुई तो तीसरे युवक को दे दिया गया. गर्भवती होने के बाद भी इस युवक ने तीन दिन तक दुष्कर्म किया. इतना सब कुछ होने पर भी पुलिस खामोश बैठी रही|

अर्धविक्षिप्त महिला को बेचने के मामले में नया मोड़ आ गया है. महिला आयोग की उपाध्यक्ष अमिता लोहनी ने पीड़िता से पूछताछ की. अपने बयान में पीड़िता ने कहा कि पहले पति का निधन 9 साल पहले हो चुका था. इस पर उसके माँ बाप उसे हमेशा के लिए अपने घर ले आये. जहाँ गांव के ही एक युवक को सौंप दिया. जिससे वह गर्भवती हुई तो मानसिक रूप से परेशान युवक ने किसी तीसरे को इस महिला को दे दिया. जब एक सप्ताह तक वह घर नहीं आई तो दूसरे पति की चाची ने महिला आयोग और पुलिस से बरामदगी की गुहार लगाई. चाची ने विवाहिता के परिजनों पर 15 हजार में बेचने का आरोप लगाया|

महिला आयोग के दबाव के बाद उसे कोतवाली लाया गया जहां उसने दूसरे पति के साथ रहने की इच्छा जाहिर की. महिला आयोग की उपाध्यक्ष ने बताया कि पीड़िता के मुताबिक उसे इस व्यक्ति को उसकी भाभी ने सौंपा था. आरोप लगाया गया कि आरोपी तीन दिन तक दुष्कर्म कर परेशान करता रहा लेकिन पुलिस ने दोषी लोगों पर कार्यवाही नहीं की. उपाध्यक्ष ने कहा दोषी लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया जाएगा|

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