बड़ा खुलासा: इंदिरा के राज में जलाई गई थी बोस की फाइलें

नई दिल्ली : नेताजी सुभाषचंद्र बोस के परिवार की जासूसी के मामले एक और नया खुलासा सामने आया है। बताया गया है कि पंडित जवाहरलाल नेहरू की पुत्री और तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के कार्यकाल में बोस की मौत से जुड़ी दो फाइलों को जला दिया गया था। क्योकि श्रीमती इंदिरा गांधी की सरकार ने यह मान लिया था कि बोस की मौत हो चुकी है। 
बताया गया है कि श्रीमती गांधी जब प्रधानमंत्री थी उस समय उनके कार्यालय से राष्ट्रीय अभिलेखागार को भेजे गये पत्र में नेताजी की अस्थियों को जापान से भारत तक लाने का उल्लेख है हालांकि यह अभी तक साबित नहीं हो सका है कि नेताजी की मौत किस कारण हुई या कब अथवा कैसे हुई थी। वैसे यह भी जानकारी मिली है कि श्रीमती गांधी के प्रधानमंत्री रहते हुये ही बोस से जुडी दो फाइलें गायब हो गई थी तथा दो अन्य फाइलों को समाप्त कर दिया गया था। 
जानकारी मिली है कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने राष्ट्रीय अभिलेखागार को लिखा था कि इन फाइलों को प्रतिदिन के कामकाज के तहत ही नष्ट किया गया है और इनकी काॅपी को सुरक्षित इसलिये नहीं रखा गया क्योकि सरकार की नजर में इनका औचित्य नहीं है। बताया गया है कि राष्टीय अभिलेखागार में भेजे जाने से पहले नेताजी सुभाषचंद्र बोस से संबंधित सभी फाइलों को इंदिरा गांधी के कार्यालय में ही रखा गया था, जबकि इन्हें अभिलेखागार भेजा जाना था।

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