हर साल चार इंच धंस रहा बीजिंग

बीजिंग : चीन की राजधानी वाला बीजिंग शहर हर साल 4 इंच धंसता जा रहा है. वैज्ञानिकों को डर है कि यदि यही हाल रहा तो दो करोड़ की आबादी वाला यह शहर एक दिन यह पाताल लोक में पहुँच जाएगा. बीजिंग के धंसने का सिलसिला 1935 से शुरू हुआ है.लेकिन इस बार इसके धंसने की रफ़्तार तेज है.

वैज्ञानिकों ने इसके धंसने की वजह गगनचुम्बी इमारतों का लगातार बढ़ना, ज़मीन पर बढ़ता जा रहा बोझ ,भू जल का अधिक दोहन और पांोि की कमी होना बताया है. वैज्ञानिकों का कहना है कि पानी कम होने का कारण धंसान ज्यादा होती है.शहर में औद्योगिक और कृषि जरूरतों के लिए भू जल का अधिक इस्तेमाल होता है.

साइंस जनरल रिमोट सेंसिंग में छपे वैज्ञानिकों के इस अलर्ट ने तहलका मचा दिया है. उनकी भविष्यवाणी साफ़ कह रही है कि हर साल 4 इंच ज़मीन के धंसने कि रफ़्तार बहुत खतरनाक है . यदि हर साल 100 मिमी की गति से बीजिंग धंसता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब इमारतें ,पल और रेलवे सिस्टम गिरने लगे , डोलने लगे और रोज नए हादसे होते रहे.

वैज्ञानिकों की इस भविष्यवाणी का आधार बहुत पुख्ता है.उन्होंने सात साल तक बीजिंग की ज़मीन का मुआयना किया.यह रिसर्च 2003 -2010 के बीच अंतरिक्ष से घूमते हुए उपग्रहों से ली गई बीजिंग की तस्वीरों औे इंसार राडार की तकनीक से जुटाए गए आंकड़ों के आधार पर की गई.

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