अब केवल प्रार्थना के लिए बल्कि, इस वजह से भी स्कूल परिसर में खड़े होंगे विद्यार्थी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के तमाम सरकारी स्कूलों में अब से सुबह की प्रार्थना सभा और पाठ्यक्रम के अलावा अन्य गतिविधियों को कक्षा व ऑडिटोरियम के भीतर कराने के स्थान पर खुले में कराया जाएगा। इस विचार के पीछे का कारण छात्रों के शरीर में कैल्शियम और विटामिन डी की मात्रा में वृद्धि करना है।

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) द्वारा हाल ही में तमाम प्रदेशों और केंद्र शासित प्रदेशों को जारी किए गए एक निर्देश के बाद यह फैसला लिया गया है, जिसमें कहा गया है कि विटामिन डी की कमी से होने वाले रोग, जैसे रिकेट्स से निपटने के लिए सूर्य की रोशनी में ज्यादा से ज्यादा शारीरिक गतिविधियों का आयोजन किया जाए। प्रदेश की अतिरिक्त निदेशक (बेसिक शिक्षा) ललिता प्रदीप ने बताया है कि, "विद्यालयों को अब सुबह की प्रार्थना सभा और अन्य गतिविधियों का आयोजन खुले आसमान के नीचे करना होगा। गांवों में कई स्कूलों में सुबह की सभा बाहर आयोजित की जाती है, किन्तु जो स्कूल शहरी और अर्ध-शहरी इलाकों में स्थित हैं, उन्हें भी इस निर्देश का पालन करना होगा।''

उन्होंने आगे कहा कि इसके तहत खेल कार्यक्रमों को बाहर आयोजित करने पर भी ध्यान दिया जाएगा। ललिता प्रदीप ने कहा कि एमएचआरडी ने सभी 29 प्रदेशों और सात केंद्र शासित प्रदेशों को अपने-अपने विद्यालयों में 'सूर्य की रोशनी में कार्यक्रमों को बढ़ावा देने' के लिए निर्देश जारी किया गया है।

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