मुंबई। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने किंगफिशर के मालिक विजय माल्या के साथ समझौता करने की तत्परता दिखाई है। एसबीआई अब किंगफिशर एयरलाइंस के लोन के लिए एकमुश्त समझौते की इच्छा जताई है। इसके लिए माल्या को ब्याज के साथ बकाया मूल राशि व कानूनी फीस भी चुकानी होगी। लेकिन माल्या ने भी कई ऐसी शर्ते रखी है, जिसे बैंक मानने को तैयार नहीं है। एसबीआी की चेयरमैन अरुंधति भट्टाचार्य ने ये बातें संसदीय पैनल के सामने रखी है। अरुंधति कर्जा वसूली कानूनों में संसोधनों की छानबीन कर रही है। अरुंधति ने आल पार्टी पैनल के सदस्यों को बताया कि हम ब्याज के ऊपर ब्याज लगाने पर जोर नहीं डाल रहे हैं। फरवरी 2014 में जारी की गई नोटिस के अनुसार, 6,963 करोड़ रुपए का बकाया है। दंडात्मक ब्याज जोड़कर कुल 9000 करोड़ रुपए होते है। अदालत ने पहले ही माल्या को भगोड़ा घोषित कर दिया है। देश के 17 बैंको से माल्या ने कर्ज ले रखा है और 2 मार्च से राजनयिक पासपोर्ट पर वो लदंन में रह रहे है।