भंसाली थप्पड़ कांड पर निहलानी ने कहा: 'मुझे भी रातों-रात भागना पड़ा था'

संजय लीला भंसाली के थप्पड़ कांड की गूंज अभी भी सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सेंसर बोर्ड) के चेयरमैन पहलाज निहलानी के कानो में गूंज रही है. मामले में वैसे भी सभी ने भंसाली का ही पक्ष लेते हुए इस पर कार्यवाही की आव्हान किया था. तथा बाद में फिर  संजय लीला भंसाली के प्रोडक्शन व राजपूत करणी सेना के बीच में भी हल निकल चूका था.

लेकिन अब इस मामले को फिर से भारतीय सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सेंसर बोर्ड) के चेयरमैन पहलाज निहलानी ने अपने बयानों से हवा दे दी है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पता चला है कि जयपुर में एक कायर्क्रम में शरीक होने आए निहलानी ने इस मामले में दोहराया कि लोग बिना तथ्यों को जाने स्क्रिप्ट को पढ़े बिना ही बवाल मचा देते हैं. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास से छेड़छाड़ वाली फिल्में सेंसर बोर्ड पास नहीं करेगा. अपने बयानों में निहलानी ने आगे कहा कि.... 

- निहलानी ने कहा, "अतिथि देवो भव: कहने वाले राजस्थान में अगर लोग प्रोड्यूसर और डायरेक्टर के साथ ऐसे हाथापाई करेंगे तो राजस्थान की इमेज बहुत खराब हो जाएगी." - "यहां के लोग बिना तथ्यों को जाने स्क्रिप्ट को पढ़े बिना ही बवाल मचा देते हैं."

'मुझे भी रातों-रात भागना पड़ा था'

- निहलानी ने खुद की फिल्म की शूटिंग की भी याद दिलाई. - उन्होंने कहा, "मुझे याद है 2002 में मेरी फिल्म ‘तलाश’ की शूटिंग के समय भी यहां लोगों ने पत्थरों से हमला किया था." - "हमारी यूनिट नाइट में कुछ सीन शूट कर रही थी तभी हम पर हमला हुआ. हमें रातों-रात भागना पड़ा था." - "इतिहास से छेड़छाड़ या आपत्तिजनक सीन होने पर सेंसर बोर्ड खुद ऐसी फिल्मों को पास नहीं करेगा."

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