दलमा अभयारण्य को इको सेंसेटिव जोन घोषित करने के विरोध में सोमवार को 136 गांवों के करीब दो हजार लोगों ने पारंपरिक हथियारों के साथ एसडीओ कार्यालय का घेराव किया। ये सभी सरायकेला-खरसावां जिले के चांडिल बस स्टैंड से रैली की शक्ल में एसडीओ कार्यालय पहुंचे। इस दौरान प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। इस अवसर पर ग्रामीणों को संबोधित करते हुए सरायकेला के झामुमो विधायक चंपई सोरेन ने कहा कि किसी भी कीमत पर दलमा को इको सेंसेटिव जोन घोषित करने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने राज्य सरकार को चेताया कि इको सेंसेटिव जोन के बहाने अगर दलमा में बसे गांवों को उजाड़ने कर प्रयास किया गया तो तीर की नोक पर एक बार फिर से इतिहास रचा जाएगा। ऐसा आंदोलन खड़ा किया जाएगा कि सरकार भी इसे नहीं रोक पाएगी। उन्होंने कहा कि दलमा को इको सेंसेटिव जोन घोषित कर जमशेदपुर एवं अन्य शहरों के लोगों को मौज-मस्ती के लिए छोड़ा जाएगा। यहां के लोग दर-दर भटकने को मजबूर होंगे।