नई दिल्ली : साहित्य अकादमी ने कन्नड़ लेखक एम एल कलबुर्गी व अन्य लेखकों की हत्या के विरोध में अवार्ड लौटा रहे साहित्यकारों से अवार्ड वापस लेने की गुजारिश की है। इसके साथ ही अकादमी ने शुक्रवार को एक प्रस्ताव पारित कर केंद्र व राज्य सरकारों से इस प्रकार की घटनाओं पर अंकुश लगाने की मांग की है। अकादमी की इस पूरे प्रकरण में खामोशी से भी लेखक खफा थे। शुक्रवार को अकादमी ने आपातकालीन बैठक बुलाकर इस मामले पर संज्ञान लेते हुए कलबुर्गी की हत्या की निंदा की। यह भी बताया कि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हो, इसके लिए भी अकादमी ने केंद्र व राज्यों से अपील की है। इस बैठक में कार्यकारी परिषद् के 24 में से 20 सदस्यों ने भाग लिया। गौरतलब है कि साहित्यकार कलबुर्गी, दादरी व देश में बढ़ती सांप्रदायिक घटनाओं के विरोध में 34 साहित्यकारों ने अपना अवार्ड लौटा दिया है। इसके लिए शुक्रवार को साहित्यकारों ने मुँह पर कपड़ा बाँध कर शांत प्रदर्शन भी किया। इससे पहले लेखकों के एक तबके ने भी उन लेखकों के विरोध में अपना विरोध जाहिर करते हुए प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि साहित्यकारों को यूं सम्मान नही लौटाना चाहिए।