सफर-ए-ज़िन्दगी

सफर-ए-ज़िन्दगी पे हूँ, तुम भी मेरे संग चलो सदिओं का रास्ता लम्हों में कटे,ले कर कुछ ऐसी तरंग चलो ज़िन्दगी को बहुत तड़पा हूँ अब तो बन के ज़िन्दगी की उमंग चलो कुछ तो रंगीनीआ हो फ़िज़ाओं में,भरते कुछ रंग चलो

 

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