प्यार: हमें शायर समझ के यूँ नजर अंदाज मत करिये...

1. तू हज़ार बार भी रूठे तो मना लूँगा तुझे,

मगर देख मोहब्बत में शामिल कोई दूसरा ना हो।

 

2. किस्मत यह मेरा इम्तेहान ले रही है,

तड़प कर यह मुझे दर्द दे रही है,

दिल से कभी भी मैंने उसे दूर नहीं किया,

फिर क्यों बेवफाई का वह इलज़ाम दे रही है।

 

3.  मरे तो लाखों होंगे तुझ पर,

मैं तो तेरे साथ जीना चाहता हूँ।

 

4. समंदर न सही पर एक नदी तो होनी चाहिए

तेरे शहर में ज़िन्दगी कही तो होनी चाहिए।

 

5. सच्ची मोहब्बत कभी खत्म नहीं होती

वक़्त के साथ खामोश हो जाती है।

 

6. मैं तब भी तेरा रहूंगा

जब मैं नहीं रहूँगा ।

 

7. दिल से पूछो तो आज भी तुम मेरे ही हो,

ये ओर बात है कि किस्मत दगा कर गयी।

 

8. हमें शायर समझ के यूँ नजर अंदाज मत करिये,

नजर हम फेर ले तो हुस्न का बाजार गिर जायेगा।

 

9. इससे ज़्यादा तुझे और कितना करीब लाऊँ मैं,

कि तुझे दिल में रख कर भी मेरा दिल नहीं भरता।

 

10. हक़ीक़त ना सही तुम ख़्वाब बन कर मिला करो,

भटके मुसाफिर को चांदनी रात बनकर मिला करो।

शायरियाँ

Quotes: सावन माह की शुभकामनाएं

बालगंगाधर तिलक कोट्स

Related News