रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में खिताबी भिड़ंत में क्यूबाई राष्ट्रीय चैम्पियन जोर्गे ग्रिनान को हराकर भारत के युवा मुक्केबाज सचिन सिंह ने एआईबीए युवा विश्व चैम्पियनशिप में गोल्ड मैडल पर कब्ज़ा जमाया। यह कारनामा करने वाले वो तीसरे भारतीय बॉक्सर हैं. थाकचोम ननाओ सिंह 2008 में और विकास कृष्ण 2010 में इस चैंपियनशिप का गोल्ड अपने नाम कर चुके हैं। नमन तंवर ने भी इस चैंपियनशिप में सेमीफाइनल में हार के बाद कांस्य पदक अपने नाम किया। भारतीय मुक्केबाजी संघ सचिन को एक लाख रूपये और नमन को 25,000 रुपए का नकद इनाम देगा। मैडल जीतने के बाद सचिन ने मीडिया को बताया कि 'मेरे दो हमवतन मुक्केबाज टूर्नामेंट की शुरुआत में क्यूबा के मुक्केबाजों से हार गए थे. मैं बदला लेना चाहता था और मैं खुश हूं कि मैं ऐसा कर सका. अपने से मजबूत और बेहतर प्रतिद्वंद्वी को पराजित करना संतोषजनक है, विशेषकर अगर यह क्यूबाई मुक्केबाज के खिलाफ हुआ है.' सचिन अभी सिर्फ 16 वर्ष के हैं और उन्हें भारत के बॉक्सिंग भविष्य के तौर पर देखा जा रहा है. नार्थ ईस्ट ने फेरा चेन्नई की उम्मीदों पर पानी