सोने का सही तरीका

गलत तरीके से सोने से या गलत तकिया और गलत प्रकार का गद्दा उपयोग करने से पीठ दर्द, कमर दर्द, गर्दन में दर्द, थकान, अनिंद्रा मांसपेशी में खिंचाव, रक्त संचार में रूकावट,  सिरदर्द, सीने में जलन, चेहरे पर झुर्रियां आदि समस्याएँ हो सकती है. सोने का तरीका सही होने पर नींद अच्छी आती है , आराम मिलता है और आप तरोताजा होकर उठते है.

सही तरीके का मतलब है कि सोते समय आपका शरीर किस अवस्था में है. आप किस प्रकार के गद्दे पर सोते है. तकिया किस तरह लगा कर सोते है इत्यादि. करवट लेकर सोने के लिए गर्दन और कंधे की स्थिति सही रखनी जरूरी होती है. तकिये की वजह से गर्दन ना तो लटकनी चाहिये और ना ही मुड़नी चाहिये.  इसके लिए यदि दो तकिये लगाने पड़ें या हाथ सिर के नीचे रखना पड़े तो इसका अर्थ है आपको नया तकिया खरीदना चाहिए .

जहाँ तक संभव हो पेट के बल नहीं सोना चाहिए. यदि कोई और चारा ना हो तो कोशिश करें रीढ़ की हड्डी और गर्दन एक सीध में हो. तकिया बिल्कुल ना लगाएं. गर्दन को एक तरफ मोड़ने के बजाय फोरहेड को तकिये पर टिका कर मुँह नीचे की तरफ रखना ठीक रहता है. गर्दन क मोड़ कर सोने से दिमाग को रक्त और ऑक्सीजन पहुँचने में बाधा उत्पन्न होती है. इससे सिरदर्द या गर्दन में दर्द हो सकता है. चेहरा दबने से झुर्रिया पड़ सकती है. इससे पाचन तंत्र भी ख़राब हो सकता है.

पीठ के बल सोना, सोने का सबसे अच्छा तरीका होता है .इस  स्थिति में गर्दन को सहारा देने के लिए एक तकिया जरूरी है. अधिक तकिये नहीं लगाने चाहिए अन्यथा साँस लेने में परेशानी हो सकती है. ऑर्थोपेडिक तकिया इसके लिए एक बहुत अच्छा विकल्प साबित हो सकता है. इसमें रीढ़ की हड्डी , सिर और गर्दन एक सीध में रह पाते है और आराम की स्थिति में रहते है. इनके ऊपर किसी प्रकार का दबाव नहीं पड़ता.इसलिए किसी प्रकार का दर्द भी उत्पन्न नहीं होता. 

स्वस्थ रहने के कुछ खास नियम

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