भोजन करने का सही तरीका

भोजन से केवल भूख ही शांत नहीं होती बल्कि इसका प्रभाव तन, मन एवं मस्तिष्क पर पड़ता है. भूख से अधिक या कम मात्रा में भोजन करने से तन रोगग्रस्त बनता है. भोजन करने के भी नियम होते हैं.यह नहीं कि पेट भरना है तो चाहे जब खा लिया और चाहे जब भूखे रह लिये.

1-हमें सुबह 10 से 11 बजे के बीच भोजन कर लेना चाहिए ताकि दिनभर कार्य करने के लिए ऊर्जा मिल सके. कुछ लोग सुबह चाय-नाश्ता करके रात्रि में भोजन करते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं होता.

2-टीवी देखते या अखबार पढ़ते हुए खाना नहीं खाना चाहिए.

3-खुले स्थान या सार्वजनिक स्थल पर भोजन नहीं करना चाहिए .

4-अपने बड़े बुजुर्गों के साथ भोजन करने से आतंरिक प्रसन्नता बढ़ती है तथा उनका स्नेह अपने आप हम पर बरसने लगता है.

5-रात्रि को दही, मुली ,सत्तू, तिल एवं गरिष्ठ भोजन नहीं करना चाहिए. दूध के साथ नमक, दही, खट्टे पदार्थ, मछली, कटहल का सेवन नहीं करना चाहिए. शहद व घी का समान मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए. दूध-खीर के साथ खिचड़ी नहीं खाना चाहिए.

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