जयपुर। प्रदेश के अधिकतर जिलों में शनिवार को डॉक्टर्स की गिरफ्तारी के बाद सेवारत चिकित्सक सामूहिक हड़ताल पर चले गए हैं, लेकिन राजधानी जयपुर में सेवारत डॉक्टर हड़ताल पर नहीं हैं। हालांकि रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं। सेवारत डॉक्टरों के समर्थन में प्रदेश के सात कॉलेजों के रेजीडेंट डॉक्टर भी हड़ताल पर चले गए हैं। गिरफ्तारी के डर से सेवारत और रेजीडेंट डॉक्टर्स भूमिगत हो गए हैं। राजस्थान प्रदेश में दो दिन में अब तक 65 डॉक्टर्स की गिरफ्तारी की जा चुकी है। सोमवार को जयपुर में रेजिडेंट्स डॉक्टरों को समझाइश वार्ता के लिए बुलाया गया है। मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. यूएस अग्रवाल ने रेजीडेंट डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने के बाद प्रतिनिधियों को सोमवार को मीटिंग के लिए बुलाया है। उन्होंने बताया कि रेजीडेंट डाक्टर्स को समझाया जाएगा। विंग के एचओडी को भी इन्हें समझाने के निर्देश दिए। डॉक्टर की अधिकतम मांगें सरकार ने मान ली है। छोटी मांगों को लेकर सरकार से बातचीत कर ली जाएगी। डॉक्टर्स फिर चले हड़ताल पर? 18 दिसंबर की हड़ताल से पहले 23 डॉक्टरों की गिरफ्तारी स्वास्थ्य कर्मचारी आठ दिनों से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर