रिपोर्ट: विश्व में सर्वाधिक डिग्रियां विज्ञान और इंजीनिरयरिंग क्षेत्र को मिली

हाल ही में शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाली गैर सरकारी संस्था (NGO) द्वारा एक रिपोर्ट जारी की गयी हैं. जिसमे बताया गया है कि, देश के 14-18 आयुवर्ग के 59 प्रतिशत ग्रामीण युवाओं ने कभी कंप्यूटर का इस्तेमाल नहीं किया है. वहीं, इससे पूर्व संस्था ने हाल ही में शिक्षा सम्बन्धी रिपोर्ट भी जारी की थी. रिपोर्ट के मुताबिक़, बताया गया है कि, देश के प्रायमरी और माध्यमिक स्तर के 36 फीसदी विद्यार्थी करीब देश की राजधानी तक को नही जानते हैं.

वहीं, अभी नेशनल साइंस फाउंडेशन की वार्षिक साइंस एंड इंजीनियरिंग इंडिकेटर्स 2018 की रिपोर्ट में भारत ने अपना परचम लहराया हैं. जहां भारत को सर्वाधिक डिग्रियां (75 लाख) प्रदान करने के मामले में पूरे विश्व में पहला स्थान मिला हैं. 

ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2014 में अमेरिका ने विज्ञान एवं इंजीनियरिंग में सर्वाधिक डिग्रियां (40,000) प्रदान की. दूसरे स्थान पर चीन (34,000),  तीसरे स्थान पर रूस (19,000), चौथे स्थान पर जर्मनी (15,000), पांचवे स्थान पर ब्रिटेन (14,000) और छठे स्थान पर भारत (13,000) का नंबर आता हैं. वहीं रिपोर्ट के मुताबिक़, साल 2014 में दुनिया भर में स्नातक स्तर पर दी गयी 75 लाख डिग्रियों में भारत की हिस्सेदारी 25 प्रतिशत थी और उसके बाद चीन (22 प्रतिशत), यूरोपीय संघ (12 प्रतिशत) और अमेरिका (10 प्रतिशत) आते हैं. आपको बता दे कि, पूरी दुनिया में 2014 में विज्ञान और इंजीनियरिंग में अनुमानित रूप से 75 लाख स्नातक डिग्रियां प्रदान की गयी हैं. 

रिपोर्ट: देश के 64 फीसदी ग्रामीण युवको की पहुंच से परे कंप्यूटर और इंटरनेट

रिपोर्ट: 36 फीसदी छात्र नहीं जानते क्या हैं देश की राजधानी?

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