नई दिल्ली : रिलायंस कैपिटल का कहना है कि वह अपनी वाणिज्यिक वित्तपोषण इकाई को एक अलग कंपनी में स्थानांतरित करेगी. इसके बाद रिलायंस कैपिटल खुद को कोर इन्वेस्टमेंट कंपनी (CIC) के रूप में पंजीकरण के लिए भारतीय रिजर्व बैंक के समक्ष आवेदन करेगी. कंपनी के बयान के मुताबिक इस बदलाव के बाद वह समय आने पर बैंकिंग लाइसेंस के लिए आवेदन करने की स्थिति में भी होगी. योजना के तहत रिलायंस कैपिटल की वाणिज्यिक फाइनैंस इकाई को रिलांयस गिल्टस में मिलाया जाएगा जो कि रिलायंस कैपिटल की पूर्ण अनुषंगी इकाई है. विलय के बाद बनने वाली इकाई का नाम रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस होगा. रिलायंस कैपिटल के निदेशक मंडल ने प्रस्तावित बदलाव को मंजूरी दे दी है.