ICC अपने अन्य टूर्नामेंट की तरह भारत में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान भी डोपिंग टेस्ट करवाएगा. ICC निदेशक एमवी श्रीधर ने पीटीआई से कहा कि डोप टेस्ट लंबे समय से आईसीसी प्रतियोगिताओं का हिस्सा रहे हैं. सभी ICC प्रतियोगिताओं में डोप परीक्षण होते हैं और यह कोई नई चीज नहीं है. श्रीधर ने स्पष्ट करते हुए कहा कि हाल में खेल जगत को झकझोरने वाले डोपिंग प्रकरणों के कारण ICC ने यह कदम नहीं उठाया बल्कि 2011 से ही डोप परीक्षण किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैंने कभी एेसा नहीं कहा कि डोप टेस्ट में फ़ैल रहने के कारण एेसा किया जा रहा है क्योंकि एेसा लंबे समय से किया जा रहा है. श्रीधर ने कहा कि ICC प्रतियोगिताओं में 2011 से डोप परीक्षण हो रहा है. उनकी अपनी डोपिंग रोधी एजेंसी है लेकिन ICC वाडा का हिस्सा नहीं है और क्रिकेटरों ने रहने के स्थान संबंधी नियम पर हस्ताक्षर नहीं किए हैंं. श्रीधर ने बताया कि 2012 में श्रीलंका में T20 वर्ल्ड कप के दौरान भारतीय टीम का डोप टेस्ट किया गया था.