चार राज्यों में कांग्रेस में बगावत, निपटने के लिए राहुल लेंगे एडवाइजर्स ब्लॉक की मदद

नई दिल्ली: पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद अब पार्टी के भीतर बगावत शुरु हो गई है. कांग्रेस के महासचिव गुरुदास कामत ने पार्टी से इस्तीफा लेते हुए राजनीति से सन्यास लेने का भी ऐलान कर दिया।

छतीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने भी कांग्रेस से किनारा कर लिया और अपनी नई पार्टी गठित कर ली. दूसरी ओऱ त्रिपुरा के 6 बागी विधायकों ने विधानसभा स्पीकर को टीएमसी छोड़ने को लेकर पत्र दे दिया है. यूपी में अल्पसंख्यक मोर्चे ने पार्टी लाइन से हटकर राहुल गांधी को कांग्रेस की कमान देने की बात कही है।

इन सबको देखते हुए राहुल ने भी समस्याओं को हल करने का तरीका खोज निकाला है. उनके मुताबिक, 10 सीनियर लीडर्स का 'एडवाइजर्स ब्लॉक' पार्टी के अहम मुद्दों पर फैसला करेगा. राहुल का मानना है कि ये ब्लॉक पार्टी में नई जान फूंक देगा. सूत्रों का कहना है कि राहुल का यह एडवाइजर्स बोर्ड बीजेपी के पार्लियामेंट्री बोर्ड जैसा होगा।

सीनियर लीडर इसकी शक्ति को लेकर सवाल खड़े कर रहे है. फिलहाल, कांग्रेस के सारे फैसलों का केंद्र नेशनल एडवाइजरी काउंसिल है, जिसकी कमान सोनिया गांधी के पास है. कहा जा रहा है कि इस ब्लॉक में बिजनेसमैन और एक्टिविस्ट भी होंगे।

राहुल इसमें पी. चिदंबरम और गुलाम नबी आजाद जैसे सीनियर लीडर्स को शामिल करना चाहते हैं. कहा जा रहा है कि ब्लॉक के जरिए राहुल एक कलेक्टिव लीडरशिप का उदाहरण पेश करना चाहते हैं. इस नई टीम का एलान 11 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव के बाद किया जा सकता है।

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