राज्यपाल ने किया राष्ट्र का अपमान, बीच में रुकवाया राष्ट्रगान

लखनऊ : उत्तरप्रदेश में राज्य के मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह के दौरान जब समारोह चल रहा था तो राज्य के राज्यपाल ने राष्ट्रगान को रोकने के लिए निर्देश दिए। राष्ट्रगान की धुन इस समय तक बज गई थी। मगर राज्यपाल के इशारे और उनके मंच से घोषणा करने के बाद राष्ट्रगान को रोक दिया गया। इसे राष्ट्रगान का अपमान माना गया। राष्ट्रगान को रूकवाने का कारण राष्ट्रीय एकता दिवस को लेकर शपथ ग्रहण किया जाना था। राज्यपाल ने कार्यक्रम को रूकवाकर राष्ट्रीय एकता की शपथ ली।

उत्तरप्रदेश कैबिनेट में नए मंत्रियों को शपथ दिलवाई गई। इस दौरान राजधानी लखनऊ में शपथग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। कैबिनेट में 11 नए विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलवाई गई। इसमें कुछ मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। राज्यपाल रामनाईक ने मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलवाई। मिली जानकारी के अनुसार अरविंद सिंह गोप कमला अख्तर और बलवंत सिंह रामूवालिया को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार का दर्जा दिया गया है। मंत्रिमंडल में विधायक विनोद कुमार को भी शामिल किया गया है।

दरअसल उत्तरप्रदेश में अखिलेश सरकार ने अपने कैबिनेट में बदलाव किया है। इस दौरान 11 नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया है। जिसमें राज्यमंत्रियों और कैबिनेट मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली है। उललेखनीय है कि मुख्यमंत्री अखिलेश ने कुछ मंत्रियों को पद से हटा दिया था और कुछ मंत्रियों से उनके विभाग ले लिए गए थे। इसके बाद उन्होंने अपने मंत्रिमंडल में युवा चेहरों को शामिल कर नई शुरूआत की।

माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव राज्य में विकास की रफ्तार को तेज़ करना चाहते हैं। सरकार के कुछ मंत्रियों पर नौकरशाही में व्याप्त भ्रष्टाचार को प्रोत्साहन देने का आरोप भी लग रहा था। जिसके कारण भी उन्होंने मंत्रिमंडल में बदलाव किया।

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