रक्षाबन्धन पर शहीद भाई का शव घर पहुंचा, बहन हुई बेसुध

कोरबा: यह बड़ी ह्रदयविदारक घटना है कि रक्षाबन्धन के दिन अपने इकलौते भाई का इन्तजार कर रही बहन के घर भाई के बजाय उसका शव पहुंचा. नक्सलियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए भाई के शव को देखकर बहन बेसुध हो गई. दंतेवाड़ा में नक्सलियों से लड़ते हुए शहीद जवान आदित्य शरण प्रताप सिंह तंवर का अंतिम संस्कार शुक्रवार को उनके गांव वनवारीपारा में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया. आदित्य का शव गुरुवार देर शाम गांव पहुंचा था. रक्षाबंधन के दिन ही अपने शहीद भाई के शव को देखकर बहन नीलेश्वरी बेसुध हो गई. उसने इकलौते भाई को बांधने के लिए रखी राखी को उसकी अर्थी पर चढ़ा दिया. यह दृश्य देखकर वहां मौजूद हर शख्स की आँखें भर आई.

गौरतलब है कि आदित्य शरण दंतेवाड़ा में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) में आरक्षक के पद पर सेवा दे रहे थे. नक्सलियों से मोर्चा लेते समय आदित्य श्रवण प्रताप सिंह घायल हो गए थे. दो गोलियां उनके सीने को चीर कर निकल गई थी, वहीं एक गोली शरीर में ही रह गई थी. पहले आदित्य के घायल हाेने की सूचना परिवार के लोगों को मिली जिससे उनके बीच हड़कंप मच गया. बाद में यह खबर आई की आदित्य शहीद हाे गए हैं इससे परिवार पर दु:ख का पहाड़ टूट पड़ा. भाई के शव पर विलाप करते हुए बहन नीलेश्वरी रोते हुए कह रही थी, भाई हर साल मैं तुमको राखी भेजती हूं, तुमने कहा था मैं जल्दी ही घर आऊंगा, लेकिन तुम नहीं आए, हमें छोड़कर चले गए. चचेरी बहन मीनाक्षी का भी रो-रोकर बुरा हाल था. आदित्य के पिता भानुप्रताप तंवर किसान हैं. मां चंद्रलता गृहणी हैं. आदित्य शरण की प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही स्कूल से हुई. शव आने पर इसी स्कूल के प्रांगण में रखा गया.

पाली ब्लॉक स्थित शहीद के गांव में जब शव पहुंचा तो पूरा गांव उमड़ पड़ा. शहीद के जाने के गम के साथ बहादुरी को लेकर गर्व भी था. बहादुर जवान को विदाई देने सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचे थे.उनके चाचा संतराम के नहीं पहुंच पाने के चलते अंतिम संस्कार गुरुवार को नहीं किया जा सका.प्रशासन की ओर से यहां शहीद को पूरे सम्मान के साथ अंतिम विदाई देने की तैयारी की गई थी.शहीद आदित्य श्रवण प्रताप सिंह को अंतिम विदाई देने के लिए संसदीय सचिव लखन लाल देवांगन, पाली तानाखार विधायक रामदयाल उईके, जिला पंचायत अध्यक्ष देवी सिंह टेकाम, बिलासपुर संभाग के आईजी विवेकानंद सिन्हा, कलेक्टर पी दयानंद, एडीशनल एसपी तारकेश्वर पटेल के अलावा गांव के नागरिक व आसपास के जनप्रतिनििध बड़ी संख्या में शामिल हुए.

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