दिल्ली सरकार के आंतरिक लोकपाल अब होंगे मुख्मंत्री कार्यालय के सलाहकार

नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के आंतरिक लोकपाल राकेश सिन्हा ने अपना पद त्याग कर आम आदमी पार्टी की सरकार में शामिल होने का फैसला किया है। इसके साथ ही तीन सदस्यीय पैनल में एक और व्यक्ति कम हो गया है। सिन्हा ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि उनकी नई जिम्मेदारी मुख्यमंत्री ऑफिस में सलाहकार के तौर पर है।

इसी कारण उन्हें पैनल से हटना पड़ा। सिन्हा ने बताया कि मुख्यमंत्री के सलाहकार के तौर पर नई जिम्मेदारी संभालने के बाद लोकपाल के पद पर बने रहना मैंने ठीक नही समझा। उन्होने कहा कि मैंने अरविंद से कहा कि मैं लोकपाल के तौर पर अपने कर्तव्यों का निर्वहन नही कर पाउंगा। इसके बाद आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता दीपक वाजपेयी ने भी पुष्टि करते हुए कहा कि सिन्हा ने नई जिम्मेदारी संभालने के लिए पद छोड़ दिया।

सिन्हा पूर्व नौकरशाह हैं और पार्टी जिन कानूनी मसलों का सामना कर रही थी, उनसे निपटने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई है, खासतौर पर विधानसभा चुनाव के दौरान। आंतरिक लोकपाल के तौर पर सिन्हा दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर की फर्जी डिग्री का मामला देख रहे है। इससे पहले पूर्व आईपीएस अधिकारी एन दिलीप कुमार ने निजी कारणों से पद से स्तीपा दे दिया था। लेकिन यह भी साफ किया था कि पार्टी से किसी प्रकार का मतभेद नही है।  

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