राजस्थान में बाढ़ की संभावना, नदी-नाले उफान पर

राजस्थान : राज्य के रेगिस्तानी इलाकों में भी भीषण बारिश के चलते बाढ़ की स्थिति बन गयी है. जालौर के सांचोर में स्थिति नियंत्रण के बाहर है. हालत से निपटने के लिए सेना को अलर्ट जारी कर दिया गया है. यहां तीन बांधों के टूटने से आसपास के दर्जनों गांवों में 10 फीट तक पानी भर गया है.लगातार बारिश से रहवासियो का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.

बाड़मेर के सिणधरी और गुड़ामालानी शहर में 4 से 5 फीट तक पानी भर गया है और कई सड़कें बारिश की वजह से बह गयी है. बिजली नहीं होने की वजह से लोगो को  परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.  जालौर में हालत नियंत्रण के बाहर है. सड़कें कट चुकी हैं, रास्ते जाम है. झालावाड़ में भी हालत काफी ख़राब हो गए है.

राज्य के हिस्से बाढ़ की चपेट आ गए है. जालौर में हालत बिगड़ने पर रेस्क्यू के लिए सेना के जवान और हेलीकॉप्टर की सहायता ली जा रही है. शिक्षा नगरी कोटा में भी कई क्षेत्रो में पानी भर गया है. धौलपुर में चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. सांचोर में भी घरों में पानी भर गया है. टोंक में भी भीषण बारिश के चलते आमजन को समस्याओ का सामना करना पड़ रहा है.

बाड़मेर के गुड़ामालानी में चार दिन से बिजली नहीं आई है. नर्मदा नहर में स्तर में वृद्धि हो रही है.  लूणी नदी और सूकड़ी नदी में भी पानी आने से सैकड़ो गाँव पानी से घिरे है. सिणधरी और गुढामलानी में 11 इंच बारिश के बाद दो-दो किमी. तक पानी ही पानी भर गया है. कई वाहन सड़क धंसने की वजह से फंस गए है. कई गांवों में सड़कें टूटने की वजह से संपर्क नहीं बनाया जा पा रहा है. सिणधरी के पास सिणधरी- बाड़मेर मार्ग, पचपदरा-बाड़मेर हाइवे, कूडला-सिणधरी मार्ग पर तेज पानी के बहाव से सड़क मार्ग पर यातायात ठप्प हो गया है. इसके सिणधरी, गुढ़ामालानी, बालोतरा और पचपदरा के नजदीकी गांवों में भी बाढ़ आने की आशंका जताई जा रही है.

राज्य में बाढ़ की स्थिति  जालौर में बारिश के चलते स्थिति नियंत्रण से बाहर है. यहां 12 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में हैं. रेस्क्यू के लिए सेना के हेलीकॉप्टर मंगवाए गए है. झालावाड़ में पिछले कई दिन से उफान पर चल रही नदियों के जल स्तर में कमी देखी जा रही है. मुंडेरी पुल पर पानी होने से बारां-खानपुर की बसें तीन धार मार्ग से जा रही है. पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा सुनेल में 41 और झालावाड़ में 32 एमएम वर्षा हुई है. नदियों में बहाव के चलते कालीसिंध बांध के 7 गेट, भीमसागर के 3, छापी बांध का एक गेट खोल दिया गया है. बारां जिले में सोमवार को भी रिमझिम बारिश हो रही है. अंता, मांगरोल, छबड़ा, छीपाबड़ौद, अटरू, शाहाबाद व किशनगंज तहसील में कहीं तेज तो कहीं पर मध्यम दर्जे की बारिश देखी गयी है. बारां-झालावाड़, बारां-अकलेरा, बारां-श्योपुर मार्गो पर यातयात बाधित हो गया है.

बूंदी में नदी-नालों में उफान से झालीजी का बराना-बूंदी मार्ग, बूंदी-नमाना, रोटेदा-मंडावरा, बड़ाखेड़ा-बसवाड़ा, तालेड़ा-सुवांसा मार्ग ठप्प है. रामगंजमंडी क्षेत्र में जुल्मी गांव में कई घरों में पानी भर गया है. कई लोगों का अनाज बारिश की वजह से ख़राब हो गया है. कोटा-श्योपुर स्टेट हाइवे 70 पर पिछले 4 दिन से ढीपरी कालीसिंध व खातौली की पार्वती नदी खतरे के निशान तक पानी आ गया है.

चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर कोटा में ही नहीं धौलपुर में चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इससे निचले क्षेत्रो में पानी भरने की आशंका देखी जा रही है. ऐसे में जिला प्रशासन की ओर से मकान खाली करने के निर्देश जारी कर दिए गए है.

Related News