पुराने विवाद के चलते हुई रसूखदार कारोबारी धीरेन रवानी की हत्या

भौंरा। झारखंड के धनबाद क्षेत्र के समीप स्थित भौंरा के कारोबारी, प्रभावशाली व्यक्ति और राजनीतक नेताओं व अधिकारियों के साथ जुड़े रहे धीरेन रवानी की हत्या होने से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। धीरेन रवानी गौरखूंटी निवासी गुरूदयाल रवानी के पुत्र थे। वे पांच भाईयों में 4 थे नंबर के भाई थे। धीरेन रवानी ने बहुत ही कम समय में अपने कारोबार को विस्तार दिया था और अपनी पहचान बनाई थी। उन्होंने रेक्सिमा डिजिटल नामक कंपनी बनाई थी। साथ ही आयुर्वेदिक दवाई के उत्पादन के क्षेत्र में कार्य कर रहे थे। वे नन बैंकिंग कंपनी और रेनबो मल्टी स्टेट क्रेडिट को आॅपरेटिव सोसायटी के आॅनर थे।

हालांकि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के धनबाद स्थित कार्यालय से से बिना निबंधन के सोसाइटी चलाये जाने के मामले में रेनबो मल्टी स्टेट क्रेडिट को.ऑपरेटिव सोसाइटी के चेयरमैन धीरेन रवानी पर वाद दायर किया गया था लेकिन इसमें उन्हें बरी कर दिया गया था। उन्होंने फिल्म निर्माण के क्षेत्र में कदम रखा था और वे ओजोन प्लाज़ा स्थित रेनबो रिजेंसी नामक होटल के संचालक भी थे। वे मंत्री उमर बाउरी, पूर्व मंत्री मथुरा महतो, विधायक ढुलू महतो सहित बड़े पैमाने पर नेताओं से जुड़े हुए थे।

हालांकि परिजन को पहले उनके घायल होने की जानकारी दी गई लेकिन जब उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया तो परिजन को उनकी हत्या की जानकारी दी गई। पुलिस ने अपनी जाॅंच में यह पता लगाया है कि उनकी हत्या में कुणाल रवानी का हाथ है जो कि लंबे अर्से से फरार चल रहा था। मिली जानकारी के अनुसार धीरेन के भतीजा कुणाल रवानी उर्फ गोलू रवानी ने गोली मारकर हत्या कर दी।

जिस पर आक्रोशित लोगों ने घटनास्थल पर कुणाल को पीट दिया। जिस तरह की जानकारी मीडिया में और बताए अनुसार सामने आ रही है उसके अनुसार घायल अवस्था में पुलिस ने कुणाल को चिकित्सालय में भर्ती करवाया मगर घटनास्थल पर उसकी मौत हो गई। कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि जब कुणाल धनबाद में था तब उसे नहीं पकड़ा गया। बताया जा रहा है कि पुराने पारिवारिक विवाद के चलते धीरेन की हत्या की गई है।

हालांकि पुलिस ने कुणाल रवानी की हत्या के बाद जानकारी देते हुए बताया है कि भौंरा रेनबो ग्रुप के मालिक धीरेन रवानी की हत्या करने वाला कुणाल रवानी भी लंबे अर्से से फरार चल रहा था उस पर कई आपराधिक मामले लंबित थे बताया जाता है कि कुणाल भी दो दिन पहले ही मनसा पूजा में शामिल होने भौंरा आया था, उसका छोटा भाई करण रवानी एवं परिवार के अन्य सदस्य घटना के बाद से फरार हैं। पुलिस की एक टीम शंकर रवानी के घर गयी, लेकिन,वहां कोई नहीं मिला। शंकर रवानी खुद जेल में बंद है।

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