रेलवे गार्ड को जीआरपी टीम ने बदमाशों की गिरफ्त से कराया आजाद

ग्वालियर: मथुरा के कोशी कलां निवासी मालगाडी के रेलवे गार्ड वेदराम जाट 12 मार्च के दिन सिथौली स्टेशन से अचानक गायब हो गए थे। वेदराम के बेटे ने गुमशुदगी की रिपोर्ट जीआरपी थाने में पहुचकर दर्ज कराई। पर अचानक से 15 मार्च मेें बदमाशों ने परिजन को फोन किया और 90 लाख रू की मांग की । बदमाशों की इस हरकत की जानकारी वेदराम के बेटे ने जीआरपी को दी। और जीआरपी कें सुयक्त ने तुरंत एक सीनियर आफिसर को गार्ड की कुशल रिहाई की जिम्मेदारी सौंपी। 

जीआरपी पुलिस का अभियान जीआरपी टीम को गार्ड की लोकेशन, पास के जंगल में मिली जिस आधार पर पुलिस ने जंगल की सर्चिग की और चारों ओर से जंगल की घेराबंदी की। जेसे ही टीम ने घेराबंदी की वैसे ही बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। हालांकि जीआरपी टीम ने भी कररा जवाब दिया। टीम ने जवाब इतना मजबूत दिया कि बदमाशों को भागने के अलावा कोई दूसरा कोई चारा नही बचा। जैसे ही फायरिग के बीच कुछ अन्तराल मिला बदमाश तुरंत ही गार्ड को छोड़कर भाग निकले। और कुछ समय पश्चात ही टीम मोके की जगह पहुंची और गार्ड वेदराम को सुरक्षित वापस लाने में सफल रही। 

वेदराम ने किया खुलासा गार्ड वेदराम ने बताया कि अपहरण रामवीर बघेल, रोशन बघेल, करीना बघेल और सरदार सिंह बघेल ने किया था वेदराम ने बताया कि बदमाश एक दूसरे का नाम लेकर पुकारते थें । 

जीआरपी टीम फिलहाल जीआरपी टीम भी बदमाशों की तलाश में दबिश दे रही है। फरार बदमाशों पर दस-दस हजार का इनाम भी जीआरपी ने घोषित कर दिया है।

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