2 माह में होती है रेलवे के कंबलों की धुलाई इसलिए आती है दुर्गन्ध

नई दिल्ली : भारतीय रेल राज्य मंत्री ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान कुछ सदस्यों के द्वारा कि गई चादरों, कंबलों आदि की सफाई को लेकर की गई शिकायतें पर शुक्रवार के दिन राज्यसभा में रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि उन कंबलों की धुलाई दो महीने में एक बार की जाती है। तो वहीं अपने बयान में आगे कहा कि भारतीय रेलवे के हमारे कर्मचारी ट्रेन के चादरों, तकियों के खोलों को हर दिन साफ किया जाता है तथा बात अगर कंबलों कि है तो उन्हें हम हर दो माह में धुलवाते है.

इस दौरान राज्यसभा में सभापति हामिद अंसारी ने अपने एक बयान में दोहराया की अपना बिस्तरबंद ले जाने का पुराना चलन ही अच्छा था। जिसके बाद भारतीय रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने अपने बयान में कहा कि यह अच्छी सलाह है और रेलवे को कोई समस्या नहीं होगी अगर यात्री उस चलन को स्वीकार करना चाहते हैं. भारतीय रेल राज्य मंत्री ने आगे कहा है कि यात्रियों से बेडरॉल की गुणवत्ता के संबंध में समय-समय पर पत्र प्राप्त होते रहते हैं और उन उचित कार्रवाई की जाती है.

राज्यसभा में रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि हमने इनकी धुलाई के मसले पर अपने नियंत्रण में मशीनीकृत लांड्रियां स्थापित करने का निश्चिय किया है तथा अभी हमारी 41 लॉन्ड्रिया अपना कार्य कर रही है. तथा आने वाले सालो में हम 25 और भी लांड्रियन स्थापित करने वाले है.  

 

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