मोदी सरकार पर राहुल का फेयर एंड लवली अटैक

नई दिल्ली: आखिरकार बजट सत्र के दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी अपनी चुप्पी तोड़ ही दी। बुधवार को संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ। राहुल गांधी ने फिर से अपने बस्ते से एक डायलॉग निकाला और मोदी सरकार पर चिपकाते हुए कहा कि मोदी सरकार ने काले धन से लड़ने की बात कही थी। लेकिन काले धन को छिपाने के लिए इसे फेयर एंड लवली योजना बना दी।

राहुल ने कहा काले धन को लेकर जेटली जी के पास जाइए और इसे गोरा बनाकर ले आइए। आगे राहुल ने कहा कि मैं गलतियां करता हूँ, मैं सबकुछ जानता नहीं, समझता नहीं हुँ। पहले मैं लोगों के बीच जाता हूँ, उनकी बात सुनता हूँ, फिर इस हाउस में बोलता हूँ। राहुल ने क्रूड ऑयल की कीमतों को लेकर गलत आंकड़े कहे थे, जिस पर बीजेपी ने उनकी खूब किरकिरी उड़ाई।

एक सांसद ने कहा कि आपलोगों के साथ परेशानी ही यही है कि आफलोग गलती करते है, मानते भी है लेकिन सुधरते नहीं है। इस देश को दस साल तक लूटने वाले करप्शन की बात करते हैं। कांग्रेस करप्शन की जनक है। मोदी जी खड़े होते हैं कहते हैं, मनरेगा बेकार योजना हैं, कभी नहीं देखी, इसलिए नहीं हटाउंगा कि पूरे देश को मालूम होना चाहिए।

मनरेगा की बात चल रही है, मुझे लगा चिदंबरम जी बोल रहे हैं पर ये तो इनके मंत्री थे। जेटली मेरे पास आते हैं, कहा- अच्छा स्कीम नहीं था। मैंने कहा- अपने बॉस को कहिए। इस पर जेटली मुंह लेकर खड़े हो गए। मोदी जी बड़े पावरफुल आदमी है, डर लगता है। पर आपलोग को थोड़ा बोलना चाहिए। आगे राहुल ने कहा कि नारेगा जैसी योजना मैंने पहले कभी नहीं देखी।

कौन सी किताब में लिखा है कि कोर्ट में जेएनयू के छात्रों, शिक्षकों और मीडिया को पीटना चाहिए। मैं सवाल पूछना चाहता हूं प्रधानमंत्रीजी से कि जब टीचर्स, स्टूडेंट्स और मीडिया को पीटा गया तो आपने एक शब्द भी क्यों नहीं कहा?कन्हैया, रोहित वेमुला जैसे स्टूडेंट्स की आवाज दबाने की कोशिश हो रही है। नगालैंड के उग्रवादियों के साथ शांति समझौते के बारे में क्या गृह मंत्री जानते थे कि पीएम ऐसा कुछ कर रहे हैं?

और इसके बाद उस समझौते का क्या हुआ? वो समझौता हवा में उड़ गया? इस समझौते पर पीएम ने आर्म्ड फोर्सेस या डिप्लोमेट्स से नहीं पूछा। सुषमाजी से भी नहीं पूछा। खुद ही फैसला कर लिया। राहुल ने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि 26/11 को पाक ने सीधे मुंबई पर अटैक किया। हमारी केंद्र की सरकार ने गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी से कहा कि आप मुंबई मत जाइए।

लेकिन उन्होने बिना परवाह किए ओबेरॉय होटल गए, ऑपरेशन को प्रभावित किया और हेडलाइन बन गए। हमारे पीएम ने पूरी दुनिया से मशविरा कर कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है, लेकिन मोदी ने नवाज के साथ चाय पीने की ठान ली। हमारी 6 साल की मेहनत पर पानी फेर दिया गया। उन्होने झंडे का अपमान किया।

पठानकोट में मारे गए शहीदों का अपमान किया। जब मैं फ्लैग को सलाम करता हूं तब मैं कपड़े को सलाम नहीं करता हूं। जब में झंडे का सम्मान करता हूं तो मैं हर आवाज का सम्मान करता हूं, मैं उन आवाजों के लिए खड़ा होता हूं जो कमजोर हैं। देश का मतलब प्रधानमंत्री नहीं है और सिर्फ प्रधानमंत्री देश नहीं हैं।

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