महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर रामलला के दर्शन करने अयोध्या जाएंगे। रामलला के दर्शन को लेकर कयास लगाए जा रहे है कि क्या उनके बुलावे पर राहुल गांधी साथ जाएंगे। बता दे कि ये सवाल इसलिए खड़ा हो रहा है, क्‍योंकि कांग्रेस और शिवसेना अब साथी हैं। महाराष्‍ट्र में कांग्रेस और एनसीपी ने शिवसेना को समर्थन दिया है। हालांकि, शिवसेना और कांग्रेस की विचारधारा एकदम जुदा रही है। कई मुद्दों पर कांग्रेस और शिवसेना गठबंधन से पहले आमने-सामने नजर आई हैं। ऐसे में दिल्ली की भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने भी शिवसेना की चुटकी लेते हुए पूछा है कि क्या शिवसेना कांग्रेस के साथ अयोध्या जाएगी? सीएम नीतीश की फटकार के बाद पवन वर्मा ने दिया बयान, कहा-मेरा इरादा कभी भी उन्हें चोट पहुंचाने का नहीं... आपकी जानकारी के लिए बता दे कि महाराष्‍ट्र में गठबंधन के बाद भी कांग्रेस और शिवसेना संसद में नागरिकता संशोधन कानून के मुद्दे पर अलग-अलग खड़ी नजर आ रही थी। शिवसेना ने लोकसभा में सीएए बिल का समर्थन किया था, वहीं राज्‍यसभा में वोटिंग के दौरान सदन से वॉकआउट कर एक तरह से इसका समर्थन किया था। वहीं, कांग्रेस शुरुआत से इस बिल का विरोध करती रही है, जो अब तक जारी है। हालांकि, शिवसेना ने लोकसभा में इस बिल का समर्थन किया तो राज्य में उद्धव ठाकरे की मुख्यमंत्री की कुर्सी हिल गई। कांग्रेस की तरफ से तुरंत चेतावनी दे दी गई कि अगर शिवसेना ने राज्यसभा में बिल का विरोध नहीं किया तो राज्य की सत्ता से वह बेदखल हो सकती है। कांग्रेस के दबाव में शिवसेना ने राज्यसभा में बिल का विरोध करने की सार्वजनिक घोषणा भी कर दी। पिछले दिनों संजय राउत को इंदिरा गांधी और अंडरवर्ल्‍ड डॉन करीम लाला पर दिए अपने बयान को भी कांग्रेस नेताओं के विरोध के बाद वापस लेना पड़ा था। RBI ने NPR को KYC से जोड़ा, मुस्लिम समुदाय ने 'दहशत' में उठाया ये कदम अभी तक रामलला के दर्शन के मुद्दे पर कांग्रेस की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। ऐसी उम्‍मीद भी नहीं है कि कांग्रेस का कोई नेता उद्धव ठाकरे के साथ रामलला के दर्शन करने साथ जाएंगा। दसअसल, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद राम मंदिर बनने का रास्‍ता साफ होने को भाजपा अपनी जीत मान रही है। भाजपा के घोषणापत्र में भी राममंदिर का निर्माण कराना शामिल रहा है। ऐसे में अगर कांग्रेस का कोई नेता रामलला के दर्शन के लिए जाता है, तो भाजपा को राजनीतिक लाभ मिल सकता है। कांग्रेस नेता भी इस बात से भलीभांति परिचित होंगे। बाला साहेब की सियासी विरासत को लेकर जंग तेज़, राज ठाकरे ने बदला 'मनसे' का झंडा और नारा निर्भया की मां ने कंगना रनौट को दिया धन्यवाद, कहा-मैं किसी की तरह महान नहीं बनना चाहती... सीटें तो मिल गई, लेकिन अब दिल्ली में दिखाना होगा दम