शानदार रहा कार्यकाल, 5-6 साल में मिलेंगे नतीजे : राजन

नई दिल्ली - रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन ने मंगलवार को कहा कि उनका कार्यकाल शानदार रहा. उपयोगी योगदान के नतीजे अगले 5-6 साल में दिखेंगे. उनकी नजर में आलोचकों की त्वरित टिप्पणियों का कोई महत्व नहीं है.

राजन ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय बैंक के प्रमुख के रूप में कुछ उपयोगी योगदान दिए हैं और उनका नतीजा अगले 5-6 साल में दिखेगा.उन्होंने आलोचना या प्रशंसा करने वालों की बातों को कोई खास महत्व न देते हुए कहा कि कुछ ऐसे लोग भी है जो मुझे उस समय भी ‘शुक्रिया का गुमनाम संदेश’ भेजते हैं जब में विमान में होता हूं.

राजन ने अपने कार्यकाल की आखिरी द्वैमासिक मौद्रिक नीति की समीक्षा पेश करते हुए यहां कहा कि ‘त्वरित निर्णय (टिप्पणी) आलोचकों की हो या प्रशंसकों की, उसका कोई खास महत्व नहीं है. महत्वपूर्ण यह है कि दीर्घकाल में देश की मजबूत तथा टिकाऊ वृद्धि, रोजगार सृजन और देश को मध्यम आय वर्ग के देशों की कोटि में पहुंचने में इन पहलों की कैसी भूमिका रही है. ये चीजें आप अगले पांच-छह साल में अनुभव के लाभ के साथ ही देख सकेंगे और यह जान सकेंगे कि ये उचित थीं या नहीं. हमारे विचार से परिस्थितियों के अनुरूप आरबीआई में हमने जो कदम उठाए हैं वे उचित थे.

गौरतलब है कि राजन का तीन साल कार्यकाल आगामी चार सितंबर को समाप्त हो रहा है. वे भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी की आलोचनाओं के शिकार होते रहे .स्वामी ने शुरूआत में ब्याज दर उच्च स्तर पर बनाए रखने के लिए राजन की आलोचना की. इससे भारतीय अर्थव्यवस्था विशेष तौर पर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उपक्रम क्षेत्र को नुकसान हुआ है. इस पर राजन ने कहा खीर का स्वाद तो खाने से मिलता है. देखते हैं कि अगले पांच-छह साल में इसका क्या असर रहता है और तब हम राय बना सकेंगे कि यह अच्छा है या बुरा है.

स्वामी के बयानों का फिर से शिकार हुए रघुराम राजन !

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