प्यार की तलाश

बंजर है जमीन सुखा है आसमान

प्यासे है खेत मन है बेताब

अब बरस जाओ बादलो जमीन पर

घर गिरवी है मन उदास है

प्यार की तलाश करते रहे

 बेबफाई में अकेले मरते रहे

नहीं मिला प्यार से भी प्यारा

न जाने क्यों खुद से ही डरते रहे हम

दिल दुखी रहा पर उनको खुश रखता रहा

अकेले में आहे भरते रहे हम

वो बेवफाई करते रहे हमसे

और उनपर मरते रहे हम 

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