जब देखू में तुझे जहा रंगीन नजर आता है । तेरी यादो से चेन किसको आता है । मेरे दिल की धड़कन तुम ही तो हो । तुम्हारे बिना यह संसार पागलखाना नजर आता है । वो प्यार ही क्या जिसमे कशिश न हो। वो आशिक ही क्या जिस पर ऐतबार न हो। प्यार तो सभी करते है पर वो प्यार ही क्या? जिस पर हमें नाज न हो। चाँद के लिए वो रात ही क्या? जहाँ सितारे न हो। नदी के लिए वो लहर ही क्या? जिसका किनारा न हो। हमारे लिए वो सपने ही क्या? जिसमे आपकी बात न हो।