एक जमाना था जब प्यार में लोग अमर होते थे। फिर समय आया लोग प्यार में अँधे हो जाते थे। अब तो समय वो है जब प्यार में लोग… तोतले हो जाते हैं। ‘अले मेला बाबू… गुच्छा हो गया’।