इस्लामाबाद : पाकिस्तान की एंटी टेररिज़्म कोर्ट ने जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकियों को 10 वर्ष की सजा सुना दी है। इन दोनों को ही प्रतिबंधित संगठन हेतु पैसे जुटाने के आरोप में सजा दी गई है। पठानकोट हमले में भारत की ओर से जैश-ए-मोहम्मद की भूमिका पर सवाल उठाए जाने के बाद यह पहली बार है जब इस संगठन के किसी सदस्य को सजा दी गई हो। उल्लेखनीय है कि जैश-ए-मोहम्मद का प्रमुख मौलाना मसूद अजहर है जो कि संसद में हमले का दोषी है और भारत के पठानकोट हमले का मास्टरमाईंड है। जैश के आतंकियों को आतंकी संगठन के लिए फंड जुटाने के आरोप में सजा सुनाई गई है। रिपोर्ट के अनुसार कशिफ सिद्दीकी और राशिद इकबाल का नाम इस संगठन के सदस्यों के तौर पर सामने आया था। जिसके बाद इन सदस्यों को पकड़ लिया गया। पिछले वर्ष 7 अगस्त को पंजाब काउंटर टेररिज़्म विभाग ने इन आरोपियों को पकड़ लिया था।