'ॐ नम: शिवाय' का गहरा रहस्य

भगवान शिव को देवों के देव कहा गया हैं यानिकि सारे देवताओं में से उन्हें सबसे बड़ा माना गया हैं. इसके अलावा भगवान शिव का मंत्र 'ॐ नम: शिवाय' को सबसे ख़ास माना गया है. यह मंत्र एक ऐसा मंत्र है जो सबसे दिव्य और असरकारी मंत्र है. ऐसा कहा गया है कि सर्वप्रथम जिस शब्द की उत्पत्ति हुई वह शब्द ॐ था बाकी पांच शब्द नम: शिवाय की उत्पत्ति उनके पांचों मुखों से हुई जिन्हें सृष्टि का सबसे पहला मंत्र माना जाता है.

यही नहीं बल्कि इस मंत्र को ही महामंत्र माना जाता है. इस मंत्र का जाप करने से मन को सबसे अधिक शांति होती हैं. इस मंत्र के नियमित जाप से आपकी हर मनोकामना पूरी हो जाएगी. इसके अलावा भी इन खास मंत्रो के जाप से आप हर समस्या से निजात पा सकते हैं. ॐ अघोराय नम:, ॐ शर्वाय नम:, ॐ विरूपाक्षाय नम:, ॐ विश्वरूपिणे नम:, ॐ त्र्यम्बकाय नम:, ॐ कपर्दिने नम:, ॐ भैरवाय नम:, ॐ शूलपाणये नम:, ॐ ईशानाय नम:, ॐ महेश्वराय नम:

भगवान शिव के ये मंत्र ऐसे मंत्र है जिनकी कोई संख्या नहीं होती है इन मंत्रो को आप जितना जाप करेंगे आपको उतना ही अधिक फल की प्राप्त होगी. आप जितना इसका जाप करेंगे उतना ही यह सिद्ध होता जाएगा. अगर आप भगवान शिव की हमेशा अपने ऊपर कृपा दृष्टि चाहते हैं तो इन मंत्रों के जाप से आप आसानी से शिव की कृपा पा सकते हैं

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