गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति का देश के नाम संबोधन

नई दिल्ली: भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 26 जनवरी गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को अपने संबोधन में दोहराया है की हिंदुस्तान बढ़ी ही तेजी से निरंतर आगे बढ़ रहा है तथा इसी कारण से भारत की आर्थिक व्यवस्था भी तेजी से मजबूत हो रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने देशवासियो को 67वें गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपने संबोधन में दोहराया है कि हिंसा और असहिष्णुता फैलाने वाली ताकतों से सावधान रहें.

इस दौरान अपने संबोधन में राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नरेंद्र मोदी सरकार के डिजिटल इंडिया, फसल बीमा योजना की भी सराहना की। उन्‍होंने कहा कि सरकार कि इन योजनाओं से हिंदुस्तान को बहुत लाभ पहुंचेगा। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपने संबोधन में आगे कहा कि 'हमारा भारत देश सभी नागरिकों को आर्थिक, लैंगिक, न्‍यायिक समानता का अधिकार देता है। इसके साथ ही हम हिंसा, असहिष्णुता से खुद का बचाएंगे।'

प्रणब मुखर्जी ने आगे कहा कि राष्ट्रीय कौशल विकास मिशन के तहत 2022 तक हिंदुस्तान के तकरीबन 30 करोड़ युवाओं को कुशल बनाने की योजना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि विशिष्ट पहचान संख्या ‘आधार’ की पहुँच 96 करोड़ देशवासियों तक हो चुकी है और इससे आर्थिक रिसाव को नियंत्रित करने और पारदर्शिता के साथ सरकारी लाभों को सीधे लाभार्थियों के खाते में हस्तांतरित करने में काफी सहायता प्राप्त हुई है।  

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