चैत्र नवरात्रि का महापर्व चल रहा है. नवरात्रि की अष्टमी तिथि पर मां गौरी एवं कन्या पूजन का खास महत्व बताया गया है. इस बार महाष्टमी 16 अप्रैल को मनाई जाएगी. नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि भी बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है. नवरात्रि के अंतिम दिन हवन आदि करने के बाद कन्या पूजन किया जाता है. ऐसे में आइये आपको बताते है कन्या पूजन को लेकर कुछ जरुरी बातें... मेष: 9 कन्याओं को भोजन कराएं और उन्हें लाल चुनरी और नारियल भेंट करें। मां दुर्गा को गुड़हल के फूल अर्पित करें और "ॐ दुर्गायै नमः" मंत्र का जाप करें। तांबे के लोटे में जल भरकर उसमें लाल चंदन और गंगाजल मिलाकर सूर्य देव को अर्घ्य दें। वृषभ: 9 कन्याओं को दही, चावल, घी, चीनी और फल भेंट करें। मां दुर्गा को शहद का भोग लगाएं और "ॐ शांतायै नमः" मंत्र का जाप करें। शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर जल और बेलपत्र अर्पित करें। मिथुन: 9 कन्याओं को हरा वस्त्र, हरी चूड़ियां और हरा फल भेंट करें। मां दुर्गा को हरी मूंग दाल का भोग लगाएं और "ॐ कल्याण्यै नमः" मंत्र का जाप करें। गाय को हरा चारा खिलाएं। कर्क: 9 कन्याओं को सफेद वस्त्र, चांदी की पायल और सफेद मिठाई भेंट करें। मां दुर्गा को चावल का भोग लगाएं और "ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चै" मंत्र का जाप करें। चंद्रमा को दूध का अर्घ्य दें। सिंह: 9 कन्याओं को लाल वस्त्र, सोने की पायल और लाल मिठाई भेंट करें। मां दुर्गा को सिंदूर का भोग लगाएं और "ॐ जय जय जगदम्बे" मंत्र का जाप करें। सूर्य देव को लाल फूलों की माला अर्पित करें। कन्या: 9 कन्याओं को पीला वस्त्र, हल्दी और पीले रंग की मिठाई भेंट करें। मां दुर्गा को केले का भोग लगाएं और "ॐ त्रैलोक्य सुंदरी नमः" मंत्र का जाप करें। बुधवार के दिन गणेश जी की पूजा करें। तुला: 9 कन्याओं को नीला वस्त्र, चांदी की पायल और नीले रंग की मिठाई भेंट करें। मां दुर्गा को दही का भोग लगाएं और "ॐ शांतायै नमः" मंत्र का जाप करें। शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर जल और बेलपत्र अर्पित करें। वृश्चिक: 9 कन्याओं को लाल वस्त्र, चांदी की पायल और लाल मिठाई भेंट करें। मां दुर्गा को लाल फूलों की माला अर्पित करें और "ॐ Katyayani Mahadevi Namaha" मंत्र का जाप करें। मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करें। धनु: 9 कन्याओं को पीले वस्त्र, हल्दी और पीले रंग की मिठाई भेंट करें। मां दुर्गा को बेसन के लड्डू का भोग लगाएं और "ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चै" मंत्र का जाप करें। गुरुवार के दिन बृहस्पति देव की पूजा करें। मकर: 9 कन्याओं को नीला वस्त्र, चांदी की पायल और नीले रंग की मिठाई भेंट करें। मां दुर्गा को नीले रंग के फूलों की माला अर्पित करें और "ॐ कल्याण्यै नमः" मंत्र का जाप करें। शनिवार के दिन शनि देव की पूजा करें। कुंभ: 9 कन्याओं को हरा वस्त्र, हरी चूड़ियां और हरा फल भेंट करें। मां दुर्गा को नारियल का भोग लगाएं और "ॐ जय जय जगदम्बे" मंत्र का जाप करें। शनिवार के दिन शनि देव की पूजा करें। मीन: 9 कन्याओं को पीले वस्त्र, हल्दी और पीले रंग की मिठाई भेंट करें। मां दुर्गा को चंदन का भोग लगाएं और "ॐ त्रैलोक्य सुंदरी नमः" मंत्र का जाप करें। गुरुवार के दिन बृहस्पति देव की पूजा करें। नोट: उपरोक्त उपाय केवल सामान्य मार्गदर्शन के लिए हैं। किसी भी विशेष समस्या के लिए, ज्योतिषी से सलाह लेना उचित होगा। सभी उपाय श्रद्धा और विश्वास के साथ करें। 13 अप्रैल से शुरू होने वाले है इन राशि के जातकों के अच्छे दिन मां दुर्गा को राशिनुसार चढ़ाएं ये चीजें, पूरी होगी हर मुराद ऐसे हुई थी मां चंद्रघंटा की उत्पत्ति