हमेशा से जिसने भी अपने जीवन की बाधाओं को दूर करने के लिए राम का नाम लिया उसे कभी भी निराशा का सामना नही करना पडा । राम नाम बडा चमत्कारिक मँत्र है। साधारण से लगने वाले इस मँत्र मे जो शक्ति छुपी हुई है वह चर्चा का नही अनुभव का विषय है। जीवन सौभाग्य और दुरभाग्य की अनुभूतियो से भरा हुआ है । दुरभाग्य की अनुभूतियो से बचने के लिए नित्य राम का नाम लिखना चाहिये। आइये जानते है कि राम लेखन की पूजन विधि - भगवान राम को चाहने वाले भक्त हर रोज भोज पत्र (आधुनिक समय मे कागज भी इस्तेमाल कर सकते है)पर कम से कम 108 बार नित्य लिखे और उसकी पूजा करे। जब सवा लाख या सवा करोड नाम लिख कर पूरे हो जाए तो 'इदम विष्णु 'सिद्ध मन्त्र का जाप करते हुए तिल एवं खीर और घी से हवन कर श्री राम की पूजा करे तो आपकी सारी इच्छाएं पूरी हो जाएगी ।