पुलिसकर्मी का भाई उग्रवादियों की कैद से आज़ाद

 

कश्मीर मे आतंकवादियों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि आम लोग तो दूर, अब खुद पुलिसकर्मियों का परिवार भी इनके हाथों से बच नहीं पाता है. उत्तरी कश्मीर के बांडीपोरा में आतंकवादियों ने पुलिसकर्मी के भाई को अगवा कर लिया था. लेकिन राहत की बात रही कि उन्होने उसे कोई नुकसान नहीं पहुंचाया. आज सुबह युवक उन उग्रवादियों के चंगुल से आज़ाद हो गया.

 

उग्रवादियों ने पुलिसकर्मी के भाई को कल रात अगवा किया था और आज सुबह उसे रिहा कर दिया. युवक को उसके घर से अगवा किया गया था. उसके बाद पुलिस व सुरक्षाबलों ने संयुक्त अभियान छेडक़र उसे उग्रवादियों से मुक्त करवाने के प्रयास शुरू कर दिये थे, जिसके बाद आज सुबह आतंकियों ने उसे आजाद कर दिया.

स्वचलित हथियारों से लैस तीन-चार आतंकियों ने रात के करीब नौ बजे अजस के ऊपरी इलाके चावन गुज्जरपट्टी से एक युवक को अगवा कर लिया. यह व्यक्ति पुलिसकर्मी फारूक अहमद खान का भाई था. घटना के समय फारूक घर पर मौजूद नहीं था. आतंकियों ने घर में घुसकर सबसे पहले फारूक के बारे में पूछताछ की और फिर उसके छोटे भाई 22 वर्षीय मुदस्सर को साथ ले गए. आतंकियों ने अगवा करते वक्त कहा कि वे मुदस्सर को अपने साथ बतौर गाइड लेकर जा रहे हैं.

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