आईएसआई के लिए काम करने वाले बीएसएफ हेड कांस्टेबल समेत एक एजेंट पकड़ाया

जम्मू /कश्मीर । जम्मू - कश्मीर और कोलकाता में आईएसआई के एजेंट्स को पकड़ा गया है। दरअसल ये एजेंट्स भारत के सुरक्षा महत्व की खुफिया जानकारियों को पाकिस्तान भेजा करते थे। इसके लिए आरोपियों द्वारा व्हाट्स एप और वाइबर के नेटवर्क का उपयोग किया जाता था। इस मामले में बीएसएफ के कर्मचारी की भूमिका भी बेहद संदिग्ध मानी जा रही है। संयुक्त पुलिस आयुक्त रवींद्र यादव ने आरोपियों को पकड़ने के आॅपरेशन को लीड किया। जानकारी के अनुसार दिल्ली में कहा गया कि जम्मू - कश्मीर के राजौरी के निवासी कफैतुल्ला खान उर्फ मास्टर रजा 44 का पीछा किया गया। जम्मू - कश्मीर से भोपाल जाते समय नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से उन्हें पकड़ा गया।

दरअसल आरोपियों के तौर पर रजा के अलावा बीएसएफ के हेड कांस्टेबल अब्दुल रशीद को भी पकड़ा गया। रशीद उसके घर से पकड़ाया। सीमा सुरक्षा बल की खुफिया टुकड़ी में तैनात बीएसएफ के हेड कांस्टेबल रशीद, मास्टर रजा के लिए एक मुख्य सूत्र था। कफैतुल्ला उर्फ मास्टर रजा पाकिस्तान इंटेलिजेंस आॅपरेटिव का हैंडलर है।

यह मजानकोट में हायर सेकंडरी स्कूल में पुस्तकालय सहायक के तौर पर कार्यरत है। वह भोपाल के लिए निकला था।  जब पुलिस को जानकारी मिली कि यह देशविरोधी गतिविधियों में लिप्त है तो दिल्ली रेलवे स्टेशन पर इसे पकड़ लिया गया। इससे पूछताछ में यह जानकारी सामने आई है कि यह ईमेल, व्हाट्सएप और वाइबर नेटवर्क के माध्यम से पाकिस्तान को सूचनाऐं भेजा करता था। रशीद को इसने बड़ा कमीशन दिया था और उसे अपने साथ साजिशों में शामिल कर लिया।

दरअसल रशीद उसका संबंधी था। रजा के पास से पुलिस को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं। यह पूरा गिरोह पाकिस्तान की एजेंसी आईएसआई के लिए कार्य करता है। राजौरी निवासी कफैतुल्ला के पकड़े जाने से सुरक्षा बलों को अहम जानकारियां हाथ लग सकती हैं। 

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