ताजिकिस्तान और भारत के सम्बन्धो को नई ऊँचाइयाँ देना चाहता हूँ : मोदी

बिश्केक : प्रधानमंत्री की छह देशो की यात्रा काफी चर्चा में चल रही है. आज नमो अपनी यात्रा के अंतिम पड़ाव ताजिकिस्तान पहुंच चुके है. प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर जानकारी दी है कि वे वहां पर किए गए स्वागत से बेहद प्रसन्न है और उसके लिए पीएम मोदी ने ताजिकिस्तान के प्रधानमंत्री के लिए बहुत-बहुत आभार व्यक्त किया है. इसके बाद उन्होंने कहा कि इस यात्रा के बाद भारत और ताजिकिस्तान के संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की इच्छा रखता हूँ.

इसके पूर्व पीएम मोदी किर्गिस्तान में थे जहां पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर सम्मान से नवाजा गया. मोदी ने विजय स्मारक जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर नमन किया. मोदी का राष्ट्रपति अलमाजबेक अटंबायेव द्वारा राष्ट्रपति भवन में शानदार स्वागत किया गया. यहां दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बातचीत हुई, जिसमें परस्पर आर्थिक सहयोग के साथ विभिन्न मुद्दो पर विचार विमर्श किया गया.

इस चर्चा के पश्चात भारत और किर्गिस्तान ने मिलकर बयान जारी किया. बयान में प्रधानमंत्री माेदी ने कहा कि हम अपने क्षेत्र में चुनौतियों के  समय में एक शांतिपूर्ण और सुरक्षित पड़ोस राष्ट्र की इच्छा रखते है. हमने उग्रवाद और आतंकवाद से निपटने के विषय में विचारो को आदान प्रदान किया है.

पीएम मोदी ने कहा कि हमारी क्षेत्र के सभी पांच देशों की यात्रा से यह स्पष्ट होता है कि हम एशिया के साथ संबंधों को नवीन रूप प्रदान करने के लिए उच्चस्तरीय महत्व दे रहे है. मुझे राष्ट्रपति अटंबायेव मिलकर काफी प्रसन्नता हुई. उनकी लोकतंत्र और विकास में दिए गए योगदान सराहना के योग्य है.

पीएम मोदी ने कहा कि मैं इस से खुश हूं कि हमारे निर्वाचन आयोग ने यहां सहयोग के लिए एक अनुबंध किया है. मैं किर्गिस्तान में चुनाव के बाद संसदीय दल की भारत यात्रा को लेकर भी काफी उत्साहित हु. हमने यहां व्यापार, निवेश, पर्यटन, संस्कृति एवं मानव संसाधान विकास के क्षेत्र में संबंधों को घनिष्ट बनाने के लिए विचार विमर्श करना है.

पीएम मोदी ने कहा कि भारत और मध्य एशिया के बीच कनेक्टिविटी से हमारे आर्थिक सम्बन्धो में प्रगाढ़ता आएगी. मैं भारत के साथ इस क्षेत्र के बीच टेली मेडिसिन लिंक के शुभारंभ के लिए बेहद उत्साहित हु. यह हमें डिजिटल दुनिया की संभावनाओं के बारे में जानकारी प्रदान करता है.

उन्होंने कहा कि भारत और किर्गिस्तान दोनों के लिए कृषि एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है. हम इस क्षेत्र सहयोग की बड़ी उम्मीदे की जा रही है. इसके साथ ही पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधाें को और मजबूती प्रदान करने की बात पर भी जोर दिया है. उन्होंने कहा कि हमने हाल ही में संयुक्त सैन्य अभ्यास समाप्त किया है. वर्ष में एक बार हम संयुक्त सैन्य अभ्यास करेंगे.

पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारती स्थायी सदस्यता के लिए किर्गिस्तान के मजबूत समर्थन प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऐसे समय में जब आतंकवाद मानवता के सामने एक बड़ा खतरा बन गया है, तब शांति दूत की प्रतिमा के अनावरण का अवसर प्रदान करने के लिए में आपका बेहद आभारी हूं.

हिंसा समस्या का हल नहीं मोदी ने कहा कि हिंसा समस्या का निदान नहीं है और महात्मा गांधी ने उसे करके दिखाया. उन्होंने बोला कि अहिंसा और बातचीत से ही हल निकला जा सकता है. मोदी ने कहा कि आज दुनिया के सामने दो बड़ी समस्या है पहला आतंकवाद और दूसरा जलवायु परिवर्तन।

Related News