शेखों के लिए खुल रहा भारत का द्वार, मोदी ला रहे भारत में निवेश की बहार

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर दुबई में भारतीय दर्शन का परिचय दिया। यहां भी मोदी - मोदी के नारों से वातावरण गूंज उठा और भारतीयता गौरवान्वित हो उठी। यूं तो दुबई से भारतीयों का पुराना नाता रहा है। जब भी भारतीयों को पैसा कमाने के लिए विदेश की चाहत होती है तो लोगों को दुबई याद आ जाता है। यहां का चाव और आकर्षण ही कुछ ऐसा है कि भारतीय इस धरती के आकर्षण में खींचे चले आते हैं। सुंदर और उन्नत भवन निर्माण के साथ तकनीकी कुशलता यहां की एक बहुत बड़ी उपलब्धियों में से एक है।

सही मायनों में एक कुशल प्रधानमंत्री के तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लिए उन्नति और निवेश की राह खोलकर रख दी। जी हां, ऐसा समय जब वैश्विक अर्थव्यवस्था लुढ़क रही हो। भारत में भी निवेश कम हुआ हो और देश नई चुनौतियों के साथ आगे बढ़ रहा हो। ऐसे में देश को विदेशी निवेश की सबसे ज़्यादा आवश्यकता होती है। प्रधानमंत्री इसी जरूरत को पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभी तक यहां पर निवासरत भारतीयों को संबोधित नहीं किया लेकिन यहां के राजनेताओं से मोदी प्रभावी तरीके से मिले।

शेखों के इस उन्नत शहर को भारत जैसे बड़े बाजार में आने का न्यौता देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की संभावनाओं को बढ़ाया है। यहां यह बात ध्यान रखनी होगी कि यूएई के साथ रक्षा क्षेत्र में आगे बढ़ने की भारत की नीति उस पर एक अलग विश्वास जता रही है। जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में नए मकान बनाने की बात कही वह यूएई को रियल एस्टेट के क्षेत्र में निवेश के लिए निमंत्रित करता है। प्रधानमंत्री ने 20 मंजिला रेलवे स्टेशन और रेलवे में एफडीआई लाए जाने की बात कर एक नए विज़न की शुरूआत की बात कही है।

यूएई के मसदर शहर को जिस तरह से ईको फ्रेंडली बनाया गया है उसे देखकर भारत के शहरों को चमकाए जाने की संभावनाऐं तलाशना एक कुशल प्रधानमंत्री का ही काम हो सकता है। सोलर लाईटिंग, इलेक्ट्रिक कार और अन्य तमाम सुविधाओं को भारत में विकसित करने और यूएई को निवेश का अवसर देने की बात कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डाॅलर की तुलना में गिरते रूपए को संभालने की बात की है।

दूसरी ओर एशिया के लिए दुबई को एक बड़ी शक्ति कहकर उन्होंने दुबई को अहम स्थान दिया है। निवेश से दुबई को अन्य देशों की तरह अंतर्राष्ट्रीय जाजम पर लाने की बात की गई। यह ऐसे दौर में एक बहुत ही सराहनीय पहल है जब विश्व स्तर पर आतंकी संगठन आईएसआईएस कोहराम मचा रहा है और आतंकी खेल खेलते हुए कई देशों को तबाह करते हुए पाकिस्तान, भारत और अन्य देशों की ओर बढ़ रहा है। ऐसे में शेखों के प्रति निवेश का हाथ बढ़ाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक अनोखे विश्वास से उन्हें साधने का कार्य किया है।

दूसरी ओर दुबई को अपना मित्र बनाकर मोदी यहां छुपे कालेधन और डाॅन दाऊद की बेहिसाबी संपत्ति को नियंत्रित करने का प्रयास करने में भी लगे हैं। जिससे भारत की ओर बढ़ते अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद को रोका जा सकता है। 

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