कांटों के बीच रहने की है आदत मुझे, न बनने दें फूलों सा नाजुक

गंगटोक : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वोत्तर की दो दिवसीय यात्रा के दौरान कहा है कि वे फूल जैसा कोमल नहीं बनना चाहते हैं उन्हें तो कांटों के बीच ही रहने की आदत है। अपने बारे में इस तरह की बात करते हुए उन्होंने सिक्किम को देश का पहला आॅर्गेनिक राज्य घोषित किया है। सिक्किम में डेवलप्ड आॅर्किड के तीन प्रकारों को नया नाम दिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने उद्बोधन में कहा कि वे फूल की तरह नाजुक नहीं बनना चाहते हैं उन्हें कांटों के बीच ही रहने की आदत है लेकिन जहां जरूरत हो वहां फूल जैसी कोमलता के साथ दुख के आंसू पोंछने के काम ये जीवन आना चाहिए। आखिर इससे बड़ा सौभाग्य क्या होगा।

यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को आॅर्गेनिक फाॅर्मिंग कार्यक्रम में कही। दरअसल सिक्किम को देश का पहला आॅर्गेनिक राज्य घोषित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डेवलप्ड आॅर्किड के तीन प्रकारों को नया नाम दिया है। जिसमें एक किस्म का नाम सरदार नाम लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की स्मृति में दिया गया है।

दूसरा नाम दीनदयाल पंडित दीनदयाल उपाध्याय के शताब्दी वर्ष के लिए दिया गया है तीसरा नाम नमो दिया गया। यह नाम राज्य के मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग द्वारा दिया गया है। इसके लिए मोदी ने सिक्किम सरकार को धन्यवाद दे रहे हैं। उनका कहना था कि पूर्ववर्ती सरकारों की आलोचना करते हुए उनका कहना था कि 20 वीं शताब्दी में प्रधानमंत्री ने गंगटोक में रात्रि विश्राम किया था।

इस पर उन्होंने कहा कि वे 21 वीं सदी में रात बिताने यहां आए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संतरे से निर्मित श्री गणेश और आॅर्गेनिक केले से बने स्लिपिंग बुद्धा दिखाए गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के कारण 55 किसानों ने आॅर्गेनिक प्रोडक्ट की प्रदर्शनी लगाई। 

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