भाषा लोगो को आपस में जोड़ती है और रिश्ते गहरे बनाती है : PM मोदी

ताशकंद : पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी सात दिवसीय दौरे पर उज्बेकिस्तान में हिंदी भाषा में सम्बोधन देकर हिंदी भाषा और हिन्दुस्तान वासियो का गौरव बड़ा दिया. नमो ने आर्थिक समृद्धि के साथ भाषाओं की समृद्धि का संबंध जोड़ते हुए कहा कि जो देश आर्थिक रुप से सक्षम है, उनकी भाषा के पंख भी बड़े तेज हो जाते हैं और आने वाले दिनों में भारतीय भाषाए भी समृद्धि की उड़ान भरेगी. अपने 6 देशो की यात्रा के दौरान मोदी ने उज्बेकिस्तान में भारतविद, छात्रों और भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए बोले, 'भाषा का आर्थिक स्थिति से सीधा रिश्ता होता है. जो राष्ट्र आर्थिक रूप से समृद्ध होते है, उनकी भाषा के पंख बड़े तेज हो जाते हैं.'

भाषा ने महत्व पर नमो बोले, 'दुनिया के सारे लोग भाषा सीखना चाहते हैं क्योंकि इससे कारोबार करना आसान हो जाता है. मैं देख रहा हूं कि आने वाले समय में भारत की भाषाओं के महत्व को समझा जाएगा क्योंकि भारत जैसे जैसे आगे जायेगा, उसकी भाषाओं का महत्व भी उसके साथ ही विकास करता जाएगा.

नमो ने अपनी सात दिवसीय यात्रा के दौरान कल उज्बेकिस्तान में भारतीय समुदाय को सम्बोधित किया. नमो ने उज्बेगी भाषा में अभिवादन के लिए प्रयोग होने वाले शब्द के साथ सम्बोधन शुरू करते हुए कहा, 'व्यक्तित्व के विकास में भाषा का बहुत बड़ा योगदान है. किसी और देश का व्यक्ति मिल जाए और आपकी भाषा में पहला शब्द बोल दें तो जल्द ही रिश्ते बन जाते है. अगर आपको कोई नमस्ते बोल दे तब लगता है कि जैसे किसी अपने से मुलाकात हो गयी है. बस यही ताकत भाषा में होती है.

नमो ने सम्बोधन में कहा कि जो देश अपनी भाषा की रक्षा करता है, वह अपने देश के भविष्य को तो ताकतवर बनाता ही है, उस भाषा के ज्ञान के सागर में डुबकी लगाने में प्रसन्नता मिलती है और मौका भी मिलता है. इस मौके पर मोदी ने उज्बेकिस्तान के प्रधानमंत्री शवकत मिरोमोनोविच मिर्जियोयेव और भारतविद रखमानोव के साथ पहले हिन्दी-उज्बेगी शब्दकोश का लोकार्पण का कार्य किया.

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