प्रदेश में नदी-नाले उफान पर, यातायात सेवा बाधित

भोपाल : पुरे प्रदेश में बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है.चंबल में कोटा बैराज से 48 घंटे में तीन बार गांधीसागर बांध का पानी छोड़ा गया है. इस वजह से चंबल का जल स्तर बढ़ गया है. सोमवार करीब सुबह 6 बजे आगरा-मुंबई राजमार्ग के राजघाट पुल पर यातायात ठप्प हो गया.जिससे मार्ग पर वाहनों की लम्बी कतार लग गयी. यातायात देर रात तक बंद रहा. 

अफसरों का मानना है कि आज भी राजघाट पुल पर यातायात सेवा सुचारू रूप से शुरू नहीं हो सकती है. रविवार शाम चंबल राजघाट पर नदी का जल स्तर 136.40 मीटर था, जो सोमवार अपराह्न में बढ़ कर 137.50 मीटर हो गया. श्योपुर के दो गांव सांड और सूंडी में चंबल के बढ़ते जल स्तर से बाढ़ की आशंका देखी जा रही है. इनमें से एक सांड गांव से 147 लोगों को नाव से राहत शिविर में भेज दिया गया है. 

भिंड में चंबल किनारे 4 गांव बाढ़ के पानी से परेशान है. एबी रोड के ट्रैफिक को भिंड-इटावा रोड से डायवर्ट कर दिया गया है. उज्जैन, रतलाम, मंदसौर, नीमच, धार, झाबुआ, आलीराजपुर, देवास, खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर, बड़वानी, भोपाल, ग्वालियर आदि जिलों में भी बारिश अभी तक थमी नहीं है. 

धार जिले में भी कई स्थानों पर पुल-पुलियाओं के ऊपर से पानी बहने के बावजूद वाहन चालक रास्ते से गुजर रहे है. आलीराजपुर के बरझर-भाबरा मार्ग के रपट पर पानी होने के बाद भी बस चालक बस आगे ले गया. ग्वालियर में राजस्थान की और जाने वाले वाहन जबरन आगे बढे लेकिन उन्हें आगे जा कर रोक दिया गया. चम्बल पूल पर पुलिस फ़ोर्स की कमी के कारण वाहन चालकों की मनमानी देखी गयी.प्रदेश के सभी क्षेत्रो में बारिश के चलते यातायात सेवा बाधित हो गयी है. 

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