नई दिल्ली : पठानकोट के एयरबेस में जिन 6 आतंकियों ने हमला किया था, उनके पास से अमेरिकी दुरबीन मिले है। वो इसी दुरबीन का इस्तेमाल कर रहे थे। उस पर अमेरिकी सेना का निशान भी बना हुआ है। इसके बाद से कयास लगाए जा रहे है कि जैश-ए-मोहम्मद ने या तो इन दुरबीनों को अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के कैंप से चुराया होगा या फिर उन्हें ये पाकिस्तानी सेना से मिली होगी। बता दें कि पाकिस्तानी सेना बड़े पैमाने पर अमेरिका में बने सैन्य उपकरणों का इस्तेमाल करती है। एनआईए अब इन दुरबीनों पर लिखे गए नंबरों के आधार पर अमेरिका से जानकारी निकालने की कोशिश करेगी। इससे यह पता चल जाएगा कि इन दुरबीनों को कब और कहां से चुराया गया था। एनआईए के पास कपड़े, जूते और ऐसा ढेर सारा सामान है, जो आतंकियों के पास से बरामद हुए थे। इसे साफ होता है कि ये आतंकी पाकिस्तान से ही आए थे। 5 दिनों तक गुरदासपुर के एसपी सलविंदर सिंह से भी एनआईए ने पूछताछ की, लेकिन कोई भी पुख्ता जानकारी न मिलने के कारण एनआईए अब सिंह का लाइ डिटेक्टर टेस्ट करा सकती है। साथ ही सलविंदर के बयानों में विरोधाभास पाया गया। जांच एजेंसी को संदेह है कि सलविंदर कुछ छुपा रहे है। शुक्रवार को एनआईए ने सलविंदर सिंह, उनके कुक मदन गोपाल और दरगाह के केयरटेकर सोमराज तीनों को एक साथ बैठाकर पूछताछ की थी। बता दें कि सिंह की कार को आतंकियों ने अपने कब्जे में ले लिया था। इसके बाद से ही सिंह पर संदेह हुआ।